गढ़वा शहर के चिनिया मोड़ स्थित काली मंदिर प्रांगण में आयोजित पाँच दिवसीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ रविवार को पूर्ण वैभव के साथ पूर्णाहुति और भंडारे के आयोजन के साथ संपन्न हुआ। इस महायज्ञ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया और क्षेत्र में पाँच दिनों तक आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार बना रहा।
स्वामी दामोदर प्रपन्नाचार्य के तत्वावधान में आयोजन
महायज्ञ का संचालन स्वामी दामोदर प्रपन्नाचार्य जी के नेतृत्व में हुआ, जिसमें वैदिक मंत्रोच्चार और संतों के प्रवचनों ने श्रद्धालुओं को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। सुप्रसिद्ध मानस प्रवक्ता डॉ. दीपक त्रिपाठी के संगीतमय प्रवचनों ने आयोजन को विशेष बना दिया। उनके द्वारा रामायण के प्रसंगों और भक्ति गीतों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।
श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
पाँच दिनों तक यज्ञशाला में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही, जिसमें विशेषकर महिलाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। श्रद्धालु महिलाएँ परिक्रमा करते हुए प्रवचनों को सुनती रहीं और भक्ति में लीन रहीं।
भव्य भंडारा और विदाई कार्यक्रम
पूर्णाहुति के बाद गुरु पूजन का आयोजन किया गया। तत्पश्चात भव्य भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इसके बाद संत महात्माओं को सम्मानपूर्वक विदाई दी गई। इस विदाई के दौरान उपस्थित भक्तों की आँखें नम थीं।
यज्ञ आयोजन समिति के सदस्य अमृत शुक्ला और विनोद पाठक ने कहा कि गढ़वा के नागरिकों का इस आयोजन में महत्वपूर्ण सहयोग रहा। उन्होंने विश्वास जताया कि ऐसे आयोजन से समाज में पुण्य और भक्ति का संचार होता है।