Garhwaआस्था

पूर्णाहुति पर संपन्न हुआ श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ, भक्ति रस में डूबा गढ़वा

Join News देखो WhatsApp Channel

गढ़वा शहर के चिनिया मोड़ स्थित काली मंदिर प्रांगण में आयोजित पाँच दिवसीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ रविवार को पूर्ण वैभव के साथ पूर्णाहुति और भंडारे के आयोजन के साथ संपन्न हुआ। इस महायज्ञ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया और क्षेत्र में पाँच दिनों तक आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार बना रहा।

स्वामी दामोदर प्रपन्नाचार्य के तत्वावधान में आयोजन

महायज्ञ का संचालन स्वामी दामोदर प्रपन्नाचार्य जी के नेतृत्व में हुआ, जिसमें वैदिक मंत्रोच्चार और संतों के प्रवचनों ने श्रद्धालुओं को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। सुप्रसिद्ध मानस प्रवक्ता डॉ. दीपक त्रिपाठी के संगीतमय प्रवचनों ने आयोजन को विशेष बना दिया। उनके द्वारा रामायण के प्रसंगों और भक्ति गीतों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।

श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

पाँच दिनों तक यज्ञशाला में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही, जिसमें विशेषकर महिलाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। श्रद्धालु महिलाएँ परिक्रमा करते हुए प्रवचनों को सुनती रहीं और भक्ति में लीन रहीं।

भव्य भंडारा और विदाई कार्यक्रम

पूर्णाहुति के बाद गुरु पूजन का आयोजन किया गया। तत्पश्चात भव्य भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इसके बाद संत महात्माओं को सम्मानपूर्वक विदाई दी गई। इस विदाई के दौरान उपस्थित भक्तों की आँखें नम थीं।

यज्ञ आयोजन समिति के सदस्य अमृत शुक्ला और विनोद पाठक ने कहा कि गढ़वा के नागरिकों का इस आयोजन में महत्वपूर्ण सहयोग रहा। उन्होंने विश्वास जताया कि ऐसे आयोजन से समाज में पुण्य और भक्ति का संचार होता है।

पूर्णाहुति पर संपन्न हुआ श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ, भक्ति रस में डूबा गढ़वा

यह खबर आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण थी?

रेटिंग देने के लिए किसी एक स्टार पर क्लिक करें!

इस खबर की औसत रेटिंग: 0 / 5. कुल वोट: 0

अभी तक कोई वोट नहीं! इस खबर को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

चूंकि आपने इस खबर को उपयोगी पाया...

हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें!

IMG-20251017-WA0018
IMG-20250723-WA0070
1000264265
IMG-20250610-WA0011
IMG-20250604-WA0023 (1)
IMG-20250925-WA0154
आगे पढ़िए...

नीचे दिए बटन पर क्लिक करके हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें


Related News

Back to top button
error: