
#बरवाडीह #सामाजिक_बैठक : प्रजापति कुम्हार संघ की बैठक में समाज की समस्याओं, पारंपरिक कला और आधुनिक पहल पर हुई चर्चा
- प्रजापति कुम्हार संघ की बैठक अहिरपुरवा स्थित सामुदायिक भवन में आयोजित की गई।
- बैठक की अध्यक्षता अध्यक्ष दीपक राज ने की और कई पंचायतों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
- पेयजल, सड़क और बिजली जैसी स्थानीय समस्याओं पर हुई विस्तृत चर्चा।
- इलेक्ट्रिक चाक उपलब्ध कराने की पहल पर हुई सहमति, सांसद-विधायक से संपर्क का आश्वासन।
- समाज की एकता, पारंपरिक पेशे के सम्मान और आत्मनिर्भरता पर दिया गया जोर।
बरवाडीह प्रखंड मुख्यालय के अहिरपुरवा स्थित सामुदायिक भवन प्रांगण में रविवार को प्रजापति कुम्हार संघ की एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष दीपक राज ने की, जिसमें बरवाडीह के विभिन्न पंचायतों से आए समाज के सदस्यों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इस बैठक में समाज की मजबूती, विकास और पारंपरिक पेशे को संरक्षित रखने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
सामाजिक एकता और विकास पर केंद्रित रही बैठक
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने स्थानीय स्तर पर समाज को एकजुट रखने, समस्याओं के समाधान और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। अध्यक्ष दीपक राज ने कहा कि समाज तभी प्रगति कर सकता है जब उसके सदस्य आपसी एकजुटता और सहयोग के साथ आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि प्रजापति समाज को अपनी परंपरा के साथ आधुनिक साधनों का उपयोग करते हुए आत्मनिर्भर बनना होगा।
दीपक राज ने कहा: “कुम्हार समाज की परंपरा को आधुनिक साधनों के साथ जोड़ने से ही हम अपने पेशे को आगे बढ़ा सकते हैं। हमारा उद्देश्य है कि हर कारीगर के पास इलेक्ट्रिक चाक हो ताकि उसका जीवन स्तर सुधरे।”
पेयजल, सड़क और बिजली पर त्वरित कार्रवाई का भरोसा
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने क्षेत्र में पेयजल की कमी, सड़क मरम्मत और बिजली की अस्थिर आपूर्ति जैसे मुद्दों को गंभीरता से उठाया। अध्यक्ष दीपक राज ने मौके पर ही संबंधित विभागीय अधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता की और उन्हें समस्याओं की जानकारी दी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जनता की मूलभूत सुविधाओं में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि वे ऐसे मुद्दों पर एकजुट होकर आवाज उठाएं ताकि प्रशासन को समस्याओं के समाधान के लिए प्रेरित किया जा सके।
पारंपरिक कला के संवर्धन की दिशा में नई पहल
बैठक में जितेंद्र प्रजापति, महेंद्र प्रजापति और सुदामा प्रजापति ने सुझाव दिया कि आज भी मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कारीगरों को आधुनिक तकनीक की आवश्यकता है। उनके अनुसार, इलेक्ट्रिक चाक के उपयोग से उत्पादन बढ़ेगा और कारीगरों की मेहनत कम होगी।
इस पर अध्यक्ष दीपक राज ने कहा कि वे इस दिशा में क्षेत्रीय सांसद और विधायक से बात करेंगे ताकि कुम्हार समाज के लिए विशेष सहायता योजना शुरू की जा सके। उन्होंने कहा कि इस समुदाय का कार्य न केवल आर्थिक बल्कि सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, इसलिए सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने होंगे।
समाज के प्रतिनिधियों ने रखे अपने विचार
बैठक में नंदकिशोर प्रजापति, भोला प्रजापति, पवन प्रजापति, कतरू प्रजापति, दिलेश प्रजापति, बालचंद प्रजापति, बृजेश प्रजापति, संजय प्रजापति और द्वारिक प्रजापति सहित कई सदस्य उपस्थित रहे। सभी ने समाज की एकजुटता, शिक्षा, और युवाओं की भागीदारी को आवश्यक बताया।
बैठक के अंत में यह निर्णय लिया गया कि प्रजापति समाज की बैठकों का आयोजन हर दो माह पर किया जाएगा ताकि समाज की समस्याओं पर निरंतर चर्चा हो सके और ठोस समाधान निकले।

न्यूज़ देखो: संगठन की ताकत से ही होगा समाज का सशक्तिकरण
प्रजापति समाज की यह बैठक न केवल सामाजिक एकजुटता का प्रतीक रही, बल्कि यह भी दर्शाती है कि ग्रामीण स्तर पर संगठित प्रयासों से बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। अध्यक्ष दीपक राज का सक्रिय रुख स्थानीय जनसमस्याओं के समाधान में उम्मीद की किरण है।
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समाज के उत्थान के लिए जरूरी है सहभागिता
अब समय है कि समाज के हर वर्ग को एकजुट होकर अपने अधिकारों और परंपराओं की रक्षा करनी चाहिए। प्रजापति समाज जैसे संगठनों की सक्रियता सामाजिक बदलाव की दिशा में प्रेरक भूमिका निभा रही है।
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