#गढ़वा #दुर्गापूजा : शिव चबूतरा प्रांगण में हुई बैठक में समिति गठन, पूजा की रूपरेखा और कार्यक्रमों पर हुई चर्चा
- न्यू यंग मैन ग्रुप की बैठक विशुनपुरा पुरानी बाजार में हुई।
- दुर्गा पूजा को भव्य और अनुकरणीय ढंग से मनाने पर सहमति बनी।
- राजेश सोनी अध्यक्ष और सुनील गुप्ता उपाध्यक्ष चुने गए।
- पूजा में सुरक्षा, स्वच्छता और सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर विशेष ध्यान रहेगा।
- संरक्षक मंडल में मानिक गुप्ता, रंजन गुप्ता, प्रशांत गुप्ता समेत कई नाम शामिल हुए।
- आयोजन को अनुशासन और सौहार्द के साथ संपन्न कराने का आश्वासन दिया गया।
गढ़वा जिले के विशुनपुरा प्रखंड में आगामी दुर्गा पूजा महोत्सव की तैयारियों को लेकर शिव चबूतरा प्रांगण में न्यू यंग मैन ग्रुप की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में बड़ी संख्या में गाँव के गणमान्य नागरिकों और युवाओं ने भाग लिया। सभी ने इस बार दुर्गा पूजा को और अधिक भव्य, अनुकरणीय और यादगार बनाने का संकल्प लिया।
पूजा की रूपरेखा और आयोजन पर चर्चा
बैठक का मुख्य उद्देश्य दुर्गा पूजा के आयोजन को सफल और अनुशासित बनाना था। इसमें पंडाल सजावट, सुरक्षा व्यवस्था, स्वच्छता, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और संचालन व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की गई। सभी ने एकमत से यह तय किया कि इस बार का आयोजन समाज की भागीदारी से और भी बेहतर ढंग से संपन्न होगा।
नई कमेटी का गठन
बैठक के दौरान विभिन्न पदों पर नए पदाधिकारियों का चयन किया गया। राजेश सोनी को अध्यक्ष, सुनील गुप्ता को उपाध्यक्ष, किशन गुप्ता को सचिव, नीरज गुप्ता को उप सचिव और निखिल गुप्ता को कोषाध्यक्ष चुना गया। इसके अलावा संरक्षक मंडल में मानिक गुप्ता, रंजन गुप्ता, प्रशांत गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, रविंद्र गुप्ता, पंकज गुप्ता, उमेश गुप्ता और उपेंद्र गुप्ता को शामिल किया गया।
अध्यक्ष राजेश सोनी ने कहा: “दुर्गा पूजा केवल धार्मिक अनुष्ठान भर नहीं है, बल्कि यह सामाजिक एकता और आपसी सहयोग का प्रतीक भी है। यह अवसर हमें एक साथ लाता है और हमारी सांस्कृतिक धरोहर को और मजबूत करता है।”
अनुशासन और सौहार्द पर जोर
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने कहा कि पूरे आयोजन के दौरान अनुशासन, शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखा जाएगा। हर वर्ग और समुदाय की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी ताकि आयोजन सबके लिए यादगार बने।
न्यूज़ देखो: पूजा में उमंग और सामाजिक एकता का संदेश
विशुनपुरा में दुर्गा पूजा की तैयारियों ने यह साबित कर दिया है कि धार्मिक अवसर केवल भक्ति नहीं बल्कि सामाजिक एकजुटता और आपसी सहयोग का भी प्रतीक हैं। नई कमेटी का गठन यह दर्शाता है कि सामूहिक प्रयास से आयोजन को अनुकरणीय बनाया जा सकता है।
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भक्ति और भाईचारे का संगम
दुर्गा पूजा का पर्व हमें सिखाता है कि भक्ति के साथ-साथ सामाजिक एकता भी उतनी ही जरूरी है। आइए, हम सब मिलकर इस आयोजन में अपनी सहभागिता दें और इसे सफल बनाएं।
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