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महुआडांड़–गारू द्वि-प्रखंडीय कांवड़ यात्रा की तैयारियों ने पकड़ी रफ्तार, दुर्गा मंदिर परिसर में आज होगी अहम बैठक

#महुआडांड़ #कांवड़_यात्रा : श्रद्धा, समर्पण और सहयोग से होगा आयोजन — आज शाम 7:30 बजे दुर्गा मंदिर में बैठक

आज होगी भव्य कांवड़ यात्रा की तैयारी पर महत्वपूर्ण बैठक

महुआडांड़–गारू के बीच होने वाली द्वि-प्रखंडीय कांवड़ यात्रा को लेकर क्षेत्र में भक्ति और समर्पण का वातावरण तैयार हो चुका है। इस पावन आयोजन की तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए आज शाम 7:30 बजे महुआडांड़ दुर्गा मंदिर परिसर में एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। बैठक में सुरक्षा, व्यवस्था, भोजन, जलापूर्ति, चिकित्सा सहित कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की जाएगी।

आयोजन समिति ने सभी सामाजिक, धार्मिक और युवा संगठनों से समय पर पहुंचकर बैठक को सफल बनाने की अपील की है ताकि यह आयोजन व्यवस्थित, शांतिपूर्ण और श्रद्धा से परिपूर्ण रूप में संपन्न हो सके।

तीन संस्थाओं की संयुक्त पहल, श्रद्धालुओं की सेवा को प्राथमिकता

इस वर्ष यह यात्रा महुआडांड़ हिन्दू महासभा, बजरंग दल, और मानस मणि दीप सेवा संस्थान, सरना धाम बारेसाढ़ गारू के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की जा रही है। सभी संगठनों ने आपसी समन्वय से व्यवस्थाएं तय करने का बीड़ा उठाया है ताकि किसी भी श्रद्धालु को कोई असुविधा न हो।

बजरंग दल के सूरज साहू ने बताया: “श्रद्धालुओं की सुविधा सर्वोपरि है। सेवा के साथ व्यवस्था ही हमारी प्राथमिकता है।”

जलप्रपात से सरना धाम तक भक्तिपूर्ण पदयात्रा

महुआडांड़ से बड़ी संख्या में श्रद्धालु लोध जलप्रपात पहुंचकर गंगा जल की तरह पवित्र जल कांवड़ में भरते हैं और फिर वहां से सरना धाम बारेसाढ़ गारू तक पैदल यात्रा करते हैं। पूरे रास्ते में ‘बोल बम’ और ‘हर हर महादेव’ के जयघोष से वातावरण गूंजता है। यह यात्रा न केवल भगवान शिव की आराधना का अवसर है बल्कि सामाजिक एकता, सामूहिक श्रम और सांस्कृतिक पहचान का भी प्रतीक है।

ठहराव, भोजन और बाजार बंदी की तैयारी

बजरंग दल महुआडांड़ की ओर से कांवड़ियों के ठहराव और भोजन की व्यवस्था दुर्गाबाड़ी परिसर में की गई है। इसके अलावा 24 जुलाई को महुआडांड़ बाजार बंद रखने का आह्वान किया गया है, ताकि अधिक से अधिक लोग इस पवित्र आयोजन में भागीदारी कर सकें।

यात्रा को सफल बनाने में जनता की भागीदारी अहम

बैठक में स्वच्छता, चिकित्सा, जलापूर्ति, सुरक्षा और मार्ग निरीक्षण जैसे अहम बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी। समिति ने स्थानीय नागरिकों, कार्यकर्ताओं और संगठनों से अनुरोध किया है कि वे बैठक में शामिल होकर सुझाव दें और यात्रा को सफल बनाने में अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाएं

यह केवल यात्रा नहीं, श्रद्धा और संस्कृति का पर्व है

यह यात्रा सिर्फ शिवभक्ति का आयोजन नहीं, बल्कि क्षेत्रीय सांस्कृतिक विरासत की जीवंत प्रस्तुति भी है। साल-दर-साल हजारों श्रद्धालुओं की भागीदारी इस आयोजन को और भी भव्य और पवित्र बनाती है। इस वर्ष भी सामूहिक श्रद्धा और सामाजिक सहयोग की एक अद्भुत मिसाल देखने को मिलेगी।

न्यूज़ देखो: सामूहिक श्रद्धा से उपजती है सामाजिक शक्ति

महुआडांड़–गारू कांवड़ यात्रा एक धार्मिक उत्सव से कहीं अधिक है — यह जनसहभागिता, अनुशासन और सेवा भावना की प्रेरक कहानी है। न्यूज़ देखो इस आयोजन के हर पहलू पर नजर बनाए रखेगा और हर सूचना को आपके सामने लाएगा, ताकि आपकी आस्था और जानकारी दोनों सशक्त बनें। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

सेवा, समर्पण और सहयोग ही है सच्ची श्रद्धा

श्रद्धा तब संपूर्ण होती है जब उसमें सेवा और व्यवस्था का समन्वय हो। आइए इस बार महुआडांड़–गारू कांवड़ यात्रा को और भी सुंदर, शांतिपूर्ण और प्रेरक बनाएं। यह खबर अपने साथियों और परिजनों के साथ साझा करें, अपनी भागीदारी दर्ज करें और अपने सुझाव कमेंट में ज़रूर दें।

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