
#गुमला #धान_खरीद : बैठक में सभी कर्मियों को स्पष्ट निर्देश—गलती पाए जाने पर होगी कार्रवाई
- प्रखंड स्तरीय बैठक में धान खरीद तैयारी की समीक्षा।
- तीन लैंप्स–पैक्स केंद्रों पर एमएसपी पर खरीद सुनिश्चित।
- कर्मियों को पारदर्शिता के साथ काम करने का निर्देश।
- किसानों को पंजीकरण व सरकारी दरों का लाभ लेने की सलाह।
- धान बिक्री ई-पॉस और बायोमेट्रिक सत्यापन से होगी।
चैनपुर प्रखंड में इस वर्ष धान खरीद प्रक्रिया को सुचारू और पारदर्शी तरीके से संचालित करने की तैयारी शुरू हो गई है। इसी को लेकर मंगलवार को शहीद नयमन कुजूर अनुमंडल स्तरीय पुस्तकालय में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी यादव बैठा और अंचल अधिकारी दिनेश गुप्ता ने संयुक्त रूप से की। बैठक में पंचायत सचिव, कृषि मित्र, बीटीएम, एटीएम, राजस्व कर्मचारी, लैंप्स–पैक्स के अध्यक्ष–सचिव सहित प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी उपस्थित रहे।
धान खरीद के लिए तीन लैंप्स–पैक्स केंद्र चिह्नित
बैठक में बताया गया कि इस वर्ष चैनपुर प्रखंड में कटकाही, बरवेनगर, और कुरूमगाड़ स्थित लैंप्स–पैक्स केंद्रों पर किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर धान की खरीद की जाएगी। किसानों को समय रहते पंजीकरण कराने और अपने धान को निर्धारित केंद्रों पर बेचने के लिए जागरूक करने पर जोर दिया गया, ताकि सरकारी दरों का पूरा लाभ ग्रामीण किसानों को मिल सके।
बीडीओ यादव बैठा के सख़्त निर्देश
बैठक में बीडीओ यादव बैठा ने उपायुक्त के स्पष्ट निर्देशों का हवाला देते हुए सभी कर्मियों को सख़्त लहजे में चेतावनी दी। उन्होंने कहा—
“धान खरीदारी में पूरी पारदर्शिता रखें। किसी भी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित कर्मी के खिलाफ निश्चित कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने पंचायत स्तर पर किसानों तक जानकारी पहुँचाने, पंजीकरण करवाने और धान बिक्री की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कृषि विभाग के सभी पदाधिकारियों को सक्रिय रहने का निर्देश दिया।
नियमों के पालन पर अंचल अधिकारी की ताकीद
अंचल अधिकारी दिनेश गुप्ता ने कहा कि प्रखंड क्षेत्र में धान खरीद–बिक्री करने वाले सभी दुकानदारों को भी नियमों का पालन करना आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि—
- किसानों से खरीद एमएसपी पर ही की जाए,
- खरीदे गए धान का रजिस्टर पंजी अनिवार्य है,
- धान परिवहन के समय चलान व वैध कागजात साथ रहने चाहिए।
उन्होंने कहा कि कागजातों की कमी या नियमों के उल्लंघन की स्थिति में कार्रवाई तय है और ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाएगा।
किसानों के लिए पंजीकरण और डिजिटल प्रक्रिया
बैठक में बताया गया कि धान बिक्री की प्रक्रिया ई-पॉस (e-POS) मशीन से आधार आधारित बायोमेट्रिक सत्यापन पर होगी। किसान पंजीकरण के लिए संपर्क कर सकते हैं—
- नज़दीकी कृषि मित्र,
- बीटीएम,
- एटीएम,
- या प्रखंड कृषि पदाधिकारी से।
इसके अलावा किसान मोबाइल ऐप के माध्यम से बिक्री के लिए स्लॉट बुकिंग भी कर सकेंगे, जिससे भीड़भाड़ और प्रक्रिया में विलंब नहीं होगा।
प्रखंड स्तरीय लक्ष्य को पूरा करने का निर्देश
प्रखंड को मिले वार्षिक धान खरीद लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए सभी विभागीय कर्मियों को निर्देश दिया गया कि वे समन्वय बनाकर कार्य करें और किसानों को अधिकतम लाभ पहुँचाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाएँ। बैठक में चैनपुर के बीटीएम, एटीएम, पंचायत सचिव, राजस्व कर्मचारी एवं लैंप्स–पैक्स प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

न्यूज़ देखो: पारदर्शी धान खरीद से किसानों को होगा सीधा लाभ
ध्यान देने वाली बात यह है कि धान खरीद में पारदर्शिता न सिर्फ किसानों की आय बढ़ाती है, बल्कि काला बाजार और बिचौलिया व्यवस्था पर भी रोक लगाती है। प्रशासन के सख़्त निर्देश इस वर्ष प्रक्रिया को और अधिक सुव्यवस्थित बनाने की ओर संकेत करते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
किसानों की मेहनत—हमारी जिम्मेदारी
किसानों तक सरकारी योजनाएँ पहुँचाना हमारी सामूहिक ज़िम्मेदारी है।
अपने गांव के किसानों को पंजीकरण और एमएसपी के लाभ के बारे में जागरूक करें।
भ्रम फैलाने वालों से सावधान रहें और सही जानकारी साझा करें।
इस खबर को आगे बढ़ाएँ ताकि सभी किसान धान खरीद की प्रक्रिया का लाभ उठा सकें।





