
#महुआडांड़ #सड़क_निर्माण : 13.466 किमी सड़क परियोजना के लिए रैयतों का मुआवजा व दस्तावेज़ सत्यापन पूरा, प्रशासन ने प्रक्रिया को गति दी।
- असनारी प्राथमिक विद्यालय में विशेष शिविर आयोजित।
- 11 बजे से 2 बजे तक मुआवजा और दस्तावेज़ सत्यापन किया गया।
- 13.466 किमी सड़क महुआडांड़–हामी–ओरसा से सीमा तक प्रस्तावित।
- सड़क से आवाजाही आसान और कनेक्टिविटी मजबूत होगी।
- परियोजना को क्षेत्रीय विकास के लिए अहम बताया गया।
महुआडांड़–हामी–ओरसा से छत्तीसगढ़ सीमा तक प्रस्तावित सड़क निर्माण को शीघ्र शुरू करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पर जोर दिया है। इसी कड़ी में गुरुवार, 20 नवंबर को असनारी स्थित प्राथमिक विद्यालय में प्रभावित रैयतों के लिए एक विशेष शिविर लगाया गया, जिसमें मुआवजा निर्धारण से लेकर दस्तावेज़ सत्यापन तक की सभी प्रक्रियाएँ पूरी की गईं। शुरुआती चरण पूरा होने के साथ ही सड़क निर्माण की दिशा में प्रशासनिक तैयारी और मजबूत हो गई है।
परियोजना के लिए तेज की गई अधिग्रहण प्रक्रिया
जिला प्रशासन ने इस महत्त्वपूर्ण सड़क परियोजना को जल्द धरातल पर उतारने की दिशा में तेज़ी दिखाई है। महुआडांड़–हामी–ओरसा होकर छत्तीसगढ़ सीमा तक कुल 13.466 किलोमीटर लंबी इस सड़क के लिए भूमि अधिग्रहण प्राथमिक आवश्यकता है। इसी कारण रैयतों की सहमति, मुआवजा राशि निर्धारण और आवश्यक दस्तावेज़ों की जाँच के लिए विशेष शिविर आयोजित किया गया।
विशेष शिविर में पूरी हुई औपचारिकताएँ
गुरुवार को लगे शिविर में अधिकारियों ने रैयतों के दस्तावेज़ों की विस्तृत जाँच की और मुआवजा प्रक्रिया को सुव्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ाया। सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक चले शिविर के दौरान प्रभावित परिवारों को जानकारी भी दी गई कि अधिग्रहण के बाद भुगतान और निर्माण कार्य कैसे आगे बढ़ेगा। प्रशासन का उद्देश्य है कि सभी औपचारिकताएँ पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से पूरी हों।
सड़क से तीनों गांवों को मिलेगी राहत
अधिकारियों के अनुसार यह सड़क परियोजना महुआडांड़, हामी और ओरसा समेत आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगी। सड़क बनने से न केवल गांवों के बीच की दूरी कम होगी बल्कि महुआडांड़ की छत्तीसगढ़ से कनेक्टिविटी भी मजबूत होगी। स्थानीय स्तर पर व्यापार, स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच और रोज़गार के अवसरों में वृद्धि होने की संभावना है।
क्षेत्रीय विकास में बड़ी भूमिका निभाएगी सड़क
अधिकारियों ने कहा कि सड़क निर्माण से इस पूरे क्षेत्र का सामाजिक और आर्थिक ढांचा बेहतर होगा। अभी तक कई ग्रामीण इलाकों में आने-जाने में कठिनाईयां रहती थीं, लेकिन परियोजना पूरी होने के बाद यह समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी। प्रशासन ने भरोसा दिया है कि भूमि अधिग्रहण के बाद निर्माण कार्य को प्राथमिकता दी जाएगी।
न्यूज़ देखो: विकास के लिए सड़क सबसे बड़ी ताकत
सड़कें किसी भी क्षेत्र की प्रगति की आधारशिला होती हैं। महुआडांड़ से छत्तीसगढ़ सीमा तक बनने वाली यह सड़क न केवल ग्रामीणों की सुविधा बढ़ाएगी बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी नई गति देगी।
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विकास की राह पर बढ़ता महुआडांड़
अब समय है कि ग्रामीण इस प्रगति का हिस्सा बनें और प्रशासन के साथ मिलकर क्षेत्र का भविष्य संवारें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर कर जानकारी फैलाएँ।





