
#महुआडांड़ #कांवड़_यात्रा : हजारों श्रद्धालुओं की भागीदारी के बीच प्रशासन ने कसी कमर
- सावन अमावस्या पर पारंपरिक कांवड़ जल यात्रा के लिए माहौल उत्साहपूर्ण।
- बूढ़ा घाघ जलप्रपात से जल उठाकर सरणा धाम बारेंसाढ़ तक होगी यात्रा।
- बजरंग दल और मानस मणि दीप सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजन।
- महुआडांड़ व बारेंसाढ़ थाना प्रभारी ने सुरक्षा रणनीति पर समिति के साथ बैठक की।
- पुलिस बल की तैनाती, चिकित्सा और यातायात प्रबंधन पर जोर दिया गया।
यात्रा का धार्मिक महत्व और परंपरा
सावन अमावस्या पर होने वाली यह पारंपरिक कांवड़ जल यात्रा क्षेत्र में आस्था का बड़ा प्रतीक मानी जाती है। हर वर्ष हजारों श्रद्धालु इस यात्रा में भाग लेकर बूढ़ा घाघ जलप्रपात से पवित्र जल भरते हैं और सरना धाम बारेंसाढ़ में स्थापित देवालय तक पहुंचाते हैं।
प्रशासन की तैयारियां और बैठक का उद्देश्य
यात्रा को लेकर सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए मंगलवार को महुआडांड़ मुख्यालय के दुर्गा बाड़ी परिसर में बैठक हुई। इसमें महुआडांड़ थाना प्रभारी मनोज कुमार और बारेंसाढ़ थाना प्रभारी प्रभात कुमार के अलावा आयोजन समिति के सदस्य मौजूद थे। बैठक में यात्रा मार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था, चिकित्सा सहायता और यातायात प्रबंधन को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।
थाना प्रभारी मनोज कुमार ने कहा: “यह यात्रा आस्था और अनुशासन का प्रतीक है। श्रद्धालु नियमों का पालन करें और किसी भी समस्या की सूचना तुरंत पुलिस को दें।”
समिति और समाज का योगदान
यात्रा के सफल आयोजन के लिए बजरंग दल, मानस मणि दीप सेवा संस्थान और हिंदू समाज के प्रतिनिधियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बैठक में सूरज साहू, प्रदीप जायसवाल, निरंजन जायसवाल, रामप्रवेश गुप्ता, बिट्टू राय, मुकेश दास, राकेश प्रसाद, डॉ. ए.के. साह, मुख्य पुजारी सर्वेश पाठक और खंड कार्यवाहक देवानंद प्रसाद शामिल रहे।
स्थानीय संगठनों ने यात्रा मार्ग पर विश्राम स्थल, जलपान केंद्र और चिकित्सा सहायता केंद्र स्थापित करने की जिम्मेदारी ली है।

न्यूज़ देखो: श्रद्धा और सुरक्षा का संतुलित आयोजन
कांवड़ यात्रा जैसे बड़े धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा और अनुशासन का पालन अत्यंत जरूरी है। प्रशासन और सामाजिक संगठनों की साझी रणनीति से यह सुनिश्चित हो रहा है कि आस्था के साथ-साथ सुरक्षा भी सर्वोपरि रहे। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सकारात्मक सोच और सहभागिता से बनाएं आयोजन सफल
सभी श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों से अपील है कि नियमों का पालन करते हुए इस यात्रा को अनुशासन और सहयोग का आदर्श बनाएं। इस खबर को अपने मित्रों और परिवार के साथ साझा करें, और अपनी राय कमेंट में जरूर दें।