#हंसडीहा #श्रावणी_मेला : 17 जुलाई से शुरू हो रहा है एक माह का श्रावणी मेला — कांवरियों के लिए टेंट सिटी, चिकित्सा शिविर और हाईवे पेट्रोलिंग की पुख्ता व्यवस्था
- हंसडीहा में कांवरियों के लिए 200 बेड का टेंट सिटी बनेगा, ठहरने की मुफ्त सुविधा
- स्वास्थ्य विभाग द्वारा 24 घंटे मेडिकल कैंप, निशुल्क इलाज की व्यवस्था
- हाईवे पर दो पुलिस टीमें करेंगी नियमित पेट्रोलिंग, ट्रैफिक व्यवस्था कड़ी
- रविवार शाम से सोमवार सुबह तक हंसडीहा में भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित
- प्रशासन जनता से सुझाव लेकर मेले को बेहतर बनाने की दिशा में प्रयासरत
कांवरियों के स्वागत को तैयार हंसडीहा
17 जुलाई से शुरू होनेवाले श्रावणी मेले को लेकर हंसडीहा में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं।
जिला प्रशासन इस बार भी 200 बेड वाले भव्य टेंट सिटी का निर्माण कर रहा है,
जहां कांवरियों को ठहरने और आराम करने की मुफ्त व्यवस्था दी जाएगी।
इसके अलावा, जिला सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग एक विशेष शिविर लगाएगा,
जहां कांवरियों की थकान दूर करने हेतु सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
मेडिकल सुविधा और हाईवे सुरक्षा
स्वास्थ्य विभाग द्वारा हंसडीहा में 24×7 मेडिकल कैंप लगाया जाएगा,
जहां कांवरियों को पूरी तरह निशुल्क इलाज और प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराई जाएगी।
सरैयाहाट प्रखंड प्रशासन और हंसडीहा पुलिस ने भी कमराडोल (गोड्डा जिला सीमा) से लेकर बासुकीनाथ मोड़ (नोनीहाट) तक कांवरियों की सुविधाओं के लिए योजना बनाई है।
हाईवे पर दो पुलिस टीमें पेट्रोलिंग करेंगी, जिससे सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे।
ट्रैफिक कंट्रोल और बैरिकेडिंग व्यवस्था
श्रावण माह के प्रत्येक रविवार शाम से सोमवार सुबह तक हंसडीहा में भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
इसके लिए निम्न स्थानों पर बैरिकेडिंग कर ट्रैफिक नियंत्रित किया जाएगा:
- बासुकीनाथ मोड़ (हंसडीहा-दुमका मार्ग)
- बिहार बॉर्डर (हंसडीहा-भागलपुर मार्ग)
- गंगवारा (हंसडीहा-गोड्डा मार्ग)
- गोराडीह (हंसडीहा-देवघर मार्ग)
आधारभूत सुविधा पर जोर
कांवरियों के लिए शुद्ध पेयजल, अस्थायी शौचालय और बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के कार्य शुरू हो गए हैं।
प्रशासन कांवरियों के ठहराव और सफाई व्यवस्था को उच्च प्राथमिकता दे रहा है।
स्थानीय संवाद से बेहतर होगा आयोजन
सरैयाहाट प्रखंड प्रशासन ने हंसडीहा थाना परिसर में एक बैठक का आयोजन किया है,
जिसमें एसडीपीओ जरमुंडी, बीडीओ सरैयाहाट, सीओ सरैयाहाट और स्थानीय पुलिस
आम जनता से संवाद कर श्रावणी मेले को बेहतर और सुव्यवस्थित रूप देने पर विचार करेंगे।
न्यूज़ देखो: श्रावणी मेला सेवा और सुरक्षा का संगम
श्रावणी मेला केवल धार्मिक उत्सव नहीं, जनसेवा और प्रशासनिक जिम्मेदारी का भी उदाहरण है।
हंसडीहा में प्रशासन द्वारा कांवरियों के लिए ठहराव, स्वास्थ्य और सुरक्षा का जो समन्वित प्रयास किया जा रहा है,
वह झारखंड के शासन-प्रशासन की संवेदनशीलता को दर्शाता है।
न्यूज़ देखो इस पहल की सराहना करता है और उम्मीद करता है कि आस्था से जुड़े इस मेले में किसी भी कांवरी को कोई असुविधा न हो।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
आस्था और व्यवस्था का समन्वय ज़रूरी
श्रावणी मेले जैसे बड़े आयोजनों में प्रशासन और समाज का सहयोग ही इसकी सफलता की कुंजी है।
आपका एक सुझाव, एक साझा जानकारी या सेवा की भावना हज़ारों कांवरियों के अनुभव को बेहतर बना सकता है।
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