
#कोलेबिरा #निर्वाचन_तैयारी : बीडीओ वीरेंद्र किंडो ने SIR कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए बूथ मैपिंग और ASD सूची अद्यतन करने के स्पष्ट निर्देश दिए।
- बैठक की अध्यक्षता प्रखण्ड विकास पदाधिकारी वीरेंद्र किंडो ने की।
- सभी पर्यवेक्षक, बीएलओ और प्रखंड निर्वाचन पदाधिकारी गुरूचरण महतो उपस्थित रहे।
- 65% से कम मैपिंग वाले बूथों को 2–3 दिनों में लक्ष्य पार करने का निर्देश।
- अधिकारियों ने बूथ-स्तर की समस्याओं की पहचान कर त्वरित समाधान का आदेश दिया।
- ASD की अद्यतन सूची और विवाह कर आई बहुओं की सूची तैयार कर जमा करने का निर्देश।
- सभी अधिकारियों ने निर्धारित समय सीमा में कार्य पूर्ण करने का भरोसा दिया।
कोलेबिरा प्रखण्ड सभागार में आयोजित इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में SIR से जुड़ी तैयारियों का विस्तार से आकलन किया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रखण्ड विकास पदाधिकारी वीरेंद्र किंडो ने की। इसमें प्रखंड क्षेत्र के सभी पर्यवेक्षक, बीएलओ तथा प्रखंड निर्वाचन पदाधिकारी गुरूचरण महतो शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य बूथ स्तर पर मैपिंग, ASD सूची अद्यतन और अन्य चुनाव-पूर्व तैयारियों की प्रगति का मूल्यांकन करना था।
अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से अपनी योजनाएँ और प्रगति साझा की, वहीं बीडीओ ने आगामी समय सीमा को ध्यान में रखते हुए कई ठोस निर्देश दिए। बैठक के अंत में सभी पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से आश्वस्त किया कि वे निर्धारित लक्ष्य समय पर पूरा करेंगे।
बैठक की अध्यक्षता और उद्देश्य
बैठक का संचालन प्रखण्ड विकास पदाधिकारी वीरेंद्र किंडो ने किया। आगामी SIR कार्य की सुचारू और समयबद्ध तैयारी सुनिश्चित करने हेतु यह समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
BLOs और पर्यवेक्षकों की प्रगति रिपोर्टों पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रमुख फोकस इलाकों में मैपिंग प्रतिशत, ASD सूची अद्यतन और मतदाता सूची से जुड़े तकनीकी कार्य शामिल थे।
बूथ मैपिंग प्रतिशत बढ़ाने पर विशेष जोर
बैठक में बीडीओ ने निर्देश दिया कि जिन बूथों का मैपिंग प्रतिशत 65% से कम है, उन्हें अगले 2–3 दिनों के भीतर 65% से अधिक तक पहुँचाया जाए।
उन्होंने कहा कि मैपिंग के माध्यम से चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और सटीकता सुनिश्चित होती है, इसलिए इसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई अस्वीकार्य है।
बीडीओ वीरेंद्र किंडो ने कहा:
“सभी पर्यवेक्षक और बीएलओ यह सुनिश्चित करें कि बूथ मैपिंग का काम निर्धारित समय सीमा में पूरा हो। जिन बूथों में चुनौतियाँ हैं, उन्हें तुरंत चिन्हित करें और समाधान की दिशा में कार्य करें।”
बूथों की समस्याओं की पहचान और समाधान
बैठक में अधिकारियों ने विभिन्न बूथों पर सामने आ रही तकनीकी और जनसांख्यिकीय चुनौतियों की भी जानकारी साझा की।
कई स्थानों पर भौगोलिक दूरी, जानकारी की कमी, फॉर्म भरने में विलंब और दस्तावेज़ों की उपलब्धता जैसी समस्याएँ सामने आईं।
बीडीओ ने प्रत्येक समस्या के त्वरित समाधान के लिए स्पष्ट निर्देश दिए।
ASD और अन्य महत्वपूर्ण सूचियों पर निर्देश
प्रखंड निर्वाचन प्रभारी गुरूचरण महतो ने बैठक के दौरान सभी बीएलओ को ASD सूची की अद्यतन प्रति तैयार कर जल्द से जल्द जमा करने का निर्देश दिया।
उन्होंने बताया कि बाहर से विवाह कर आई बहुओं की सूची भी निर्धारित प्रपत्र में उपलब्ध कराई जाए, ताकि मतदाता सूची में आवश्यक संशोधन सही समय पर किया जा सके।
गुरूचरण महतो ने कहा:
“ASD सूची और नई बहुओं का अद्यतन रिकॉर्ड चुनावी कार्यों की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसकी तैयारी में किसी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए।”
बैठक का सफल समापन और जिम्मेदारी का संकल्प
बैठक के अंत में अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि निर्धारित समय सीमा में संबंधित कार्यों को पूरा कर दिया जाएगा।
सभी बीएलओ और पर्यवेक्षकों ने सहमति जताई कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में तेजी से फील्ड विजिट कर कार्यों की प्रगति सुनिश्चित करेंगे।
न्यूज़ देखो: चुनावी तैयारी में बढ़ी गंभीरता
इस बैठक से स्पष्ट है कि कोलेबिरा प्रशासन आगामी SIR कार्य को लेकर पूरी तरह सजग और सक्रिय है।
बूथ मैपिंग, ASD सूची अद्यतन और मतदाता सूचियों से जुड़े कार्यों पर जोर बताता है कि प्रशासन पारदर्शी और प्रभावी निर्वाचन प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
ग्रामीण क्षेत्रों के बूथों में जिन चुनौतियों की पहचान की गई, उनका तत्काल समाधान प्रशासन की संवेदनशीलता को दर्शाता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
मतदाता जागरूकता से ही मजबूत होगी लोकतांत्रिक प्रक्रिया
लोकतांत्रिक व्यवस्था की मजबूती सिर्फ प्रशासनिक तैयारी से नहीं, बल्कि आम नागरिकों की जागरूकता से भी आती है।
यदि हर मतदाता अपने दस्तावेज़ अद्यतन रखे, बूथ स्तर पर सहयोग करे और गलत जानकारी को सही करने में सक्रिय भूमिका निभाए, तो चुनाव प्रक्रिया और भी पारदर्शी बन सकती है।
कोलेबिरा में की जा रही यह समीक्षा बैठक इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो हमें याद दिलाती है कि हर मत की कीमत होती है।लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए आपकी सक्रिय भागीदारी भी आवश्यक है।





