
#चंदवा #रावणदहन : विजयादशमी के अवसर पर चंदवा हाई स्कूल मैदान में आयोजित होने वाले रावण दहन और सांस्कृतिक कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
- रावण दहन और सांस्कृतिक कार्यक्रम 2 अक्टूबर 2024, शाम 5 बजे आयोजित होगा।
- कार्यक्रम का आयोजन रावण दहन समिति के तत्वावधान में, अध्यक्ष अमित गुप्ता के नेतृत्व में।
- सांस्कृतिक कार्यक्रम और नाट्य मंचन के लिए दिन-रात तैयारियां जारी।
- तैयारी में अंकित कुमार, अंकित गोलू, अक्षय, आकाश कुमार, राहुल जायसवाल, छोटू रजक समेत बड़ी संख्या में लोग जुटे।
- एसडीएम लातेहार, डीएसपी लातेहार, चंदवा बीडीओ, सीओ, थाना प्रभारी और चिकित्सा प्रभारी सहित प्रशासनिक अधिकारी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।
- आयोजन में लगभग 12 से 15 हजार लोगों की उपस्थिति की संभावना।
चंदवा प्रखंड में विजयादशमी के मौके पर परंपरा के अनुसार रावण दहन और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम चंदवा हाई स्कूल के खेल मैदान में 2 अक्टूबर 2024 को शाम 5 बजे संपन्न होगा। रावण दहन समिति के अध्यक्ष अमित गुप्ता ने बताया कि इस बार आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए दिन-रात तैयारियां की जा रही हैं।
सांस्कृतिक तैयारी और आयोजन स्थल
समिति ने कार्यक्रम स्थल को आकर्षक ढंग से सजाया है। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम और नाट्य मंचन का आयोजन भी किया जाएगा, जिससे दर्शकों और श्रद्धालुओं को मनोरंजन के साथ उत्सव का आनंद मिलेगा। तैयारी में समिति के सदस्य अंकित कुमार, अंकित गोलू, अक्षय, आकाश कुमार, राहुल जायसवाल, छोटू रजक, कुणाल खत्री, सचिन कुमार, उदय कुमार, मुकेश टेंट हाउस, अजित कुमार ल, कृष्णा कुमार, रवि पांडुरंगा समेत बड़ी संख्या में लोग सक्रिय रूप से जुटे हैं।
प्रशासनिक व्यवस्था और सुरक्षा
कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिती सुनिश्चित की गई है। एसडीएम लातेहार, डीएसपी लातेहार, चंदवा बीडीओ, सीओ, थाना प्रभारी और चिकित्सा प्रभारी सहित अन्य अधिकारी कार्यक्रम स्थल पर रहेंगे। समिति का अनुमान है कि इस मौके पर लगभग 12 से 15 हजार लोग शामिल होंगे।
रविराज ने कहा: “इस बार रावण दहन कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए पूरी तैयारी की जा रही है। यह न केवल बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, बल्कि चंदवा की सामाजिक एकजुटता और सांस्कृतिक धरोहर को भी जीवंत करता है।”
आयोजन का सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व
रावण दहन कार्यक्रम चंदवा के नागरिकों में सामाजिक एकजुटता का प्रतीक है। यह न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि स्थानीय संस्कृति और पारंपरिक कला को भी दर्शकों के सामने प्रस्तुत करता है। स्थानीय लोग इसे बुराई पर अच्छाई की जीत और सांस्कृतिक उत्सव के रूप में देखते हैं।

न्यूज़ देखो: परंपरा और संस्कृति का संगम
चंदवा का रावण दहन कार्यक्रम दर्शाता है कि धार्मिक उत्सव और सांस्कृतिक गतिविधियां सामाजिक समरसता और समुदाय के बीच भाईचारे को मजबूत करती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
उत्सव का आनंद सुरक्षित और संगठित रूप में लें
विजयादशमी के इस पर्व पर सभी नागरिक और आयोजन समिति सुरक्षित और अनुशासित तरीके से उत्सव मनाएँ। अपने परिवार और समाज की सुरक्षा का ध्यान रखें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और सांस्कृतिक जागरूकता फैलाएँ।