
#घाघरा #सरकारीअभियान : बीडीओ की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में कर्मियों को कार्यक्रम सफल बनाने के निर्देश दिए गए
- घाघरा प्रखंड में आयोजित बैठक में कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए गए।
- बीडीओ दिनेश कुमार ने अभियान की तिथि बदलकर 21 नवंबर से 15 दिसंबर किए जाने की जानकारी दी।
- सभी विभागीय कर्मियों को शिविर में उपस्थित रहकर समस्याओं के समाधान का निर्देश।
- पंचायत क्षेत्रों में चल रही विकास योजनाओं के कार्य प्रभावित न हों—इस पर विशेष जोर।
- शिविर में आने वाले ग्रामीणों के आवेदन व समस्याओं का समयबद्ध निपटारा सुनिश्चित करने की बात कही गई।
घाघरा प्रखंड कार्यालय के सभागार में आयोजित इस बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी दिनेश कुमार ने आगामी “आपकी योजना–आपकी सरकार–आपके द्वार” कार्यक्रम की तैयारियों की गहन समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूर्व निर्धारित तिथि 18 नवंबर को बदलकर अब यह अभियान 21 नवंबर से 15 दिसंबर तक चलेगा। बैठक में विभागीय कर्मियों को निर्देश दिया गया कि सभी अपने-अपने स्तर पर तैयारी मजबूत करें, ताकि शिविरों में आने वाले ग्रामीणों को योजनाओं का लाभ समय पर मिल सके। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी तरह से पंचायत क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्य प्रभावित नहीं होने चाहिए।
अभियान की तिथि में बदलाव और नई तैयारी
बीडीओ दिनेश कुमार ने बैठक में बताया कि कार्यक्रम की तिथि बदलने का निर्णय प्रशासनिक आवश्यकता और बेहतर तैयारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है। अब 21 नवंबर से 15 दिसंबर तक चलने वाले इस अभियान में प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में क्रमिक रूप से शिविर लगाए जाएंगे। उन्होंने सभी कर्मियों को निर्देश दिया कि समय-सारणी के अनुरूप उपस्थिति सुनिश्चित करें और शिविरों से संबंधित सभी व्यवस्थाओं को समय पर पूरा करें।
ग्रामीण समस्याओं के त्वरित समाधान पर जोर
बैठक में बीडीओ ने यह स्पष्ट कहा कि शिविरों का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों की समस्याओं और आवेदनों का तत्काल और प्रभावी निपटारा करना है। उन्होंने विभागीय कर्मचारियों को सख्त निर्देश दिया कि वे अपने विभाग से संबंधित आने वाली शिकायतों पर तेजी से कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि लाभुकों तक योजनाओं का लाभ पहुँचाना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
विकास कार्यों को प्रभावित न होने देने का निर्देश
बीडीओ दिनेश कुमार ने विशेष रूप से कहा कि पंचायतों में चल रही विकास योजनाओं, निर्माण कार्यों और अन्य सरकारी परियोजनाओं की गति बाधित नहीं होनी चाहिए। शिविरों के आयोजन के बावजूद भी सभी कर्मी यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी योजना के क्रियान्वयन पर विपरीत असर न पड़े।
समन्वय और व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा
बैठक में शिविरों के संचालन, व्यवस्थापन, व्यवस्था निर्माण, नागरिक सुविधा, आवेदन निपटान और विभागीय समन्वय जैसे बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बीडीओ ने कहा कि शिविर स्थल पर आवश्यक व्यवस्था जैसे बैठने की जगह, पेयजल, बिजली और विभागवार काउंटरों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
बैठक में कई विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे, जिन्होंने अपने विभागों की तैयारी और चुनौतियों को साझा किया।
न्यूज़ देखो: सरकारी शिविरों की जिम्मेदारी और जवाबदेही
यह खबर स्पष्ट रूप से दिखाती है कि प्रशासन जनता तक योजनाओं का लाभ पहुँचाने को लेकर सतर्क है और इसकी तैयारी भी गंभीरता से कर रहा है। ऐसे शिविर न सिर्फ योजनाओं का लाभ आम लोगों तक पहुँचाते हैं, बल्कि सरकारी तंत्र और ग्रामीण समुदाय के बीच विश्वास भी बढ़ाते हैं। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि निर्देशों पर कितना प्रभावी अमल होता है और शिकायतों का निपटारा कितनी तेजी से होता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सहभागिता से ही सशक्त होगा प्रखंड
जब प्रशासन और जनता दोनों मिलकर परिवर्तन की पहल करते हैं, तभी योजनाओं का वास्तविक लाभ ग्रामीण इलाकों तक पहुँचता है। घाघरा में शुरू हो रहा अभियान उसी दिशा में एक मजबूत कदम है, जिसमें प्रत्येक नागरिक की भागीदारी अहम है। अब समय है कि हम सभी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हों और सरकारी सेवाओं का लाभ लेने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
आप इस अभियान से क्या उम्मीद रखते हैं? अपनी राय कमेंट में लिखें और इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक शेयर करें, ताकि हर ग्रामीण तक सही जानकारी पहुंच सके और सब मिलकर एक सशक्त और जागरूक समाज का निर्माण कर सकें।





