Palamau

शहरी जल स्रोतों को अतिक्रमण और प्रदूषण से मुक्त करने की तैयारी तेज, उपायुक्त के निर्देश पर बनी ठोस कार्य योजना

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#पलामू #जलस्रोत_संरक्षण — कोयल नदी, गुरियाही तालाब और अन्य जलधाराओं की सफाई, सुरक्षा और पुनरुद्धार पर ज़ोर

  • पलामू डीसी शशि रंजन के निर्देश पर समाहरणालय में टास्क फोर्स की महत्वपूर्ण बैठक
  • वन प्रमंडल पदाधिकारी सत्यम कुमार की अध्यक्षता में जल स्रोतों को प्रदूषण और अतिक्रमण से मुक्त करने का रोडमैप
  • कोयल नदी के किनारे नाले का गंदा पानी गिरने से रोकने की ठोस योजना तैयार
  • बड़ा तालाब, अम्बेडकर पार्क, झरना तालाब और समदा आहर के सौंदर्यीकरण और गहरीकरण पर कार्य
  • नावाटोली तालाब क्षेत्र को अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराने की पहल
  • सभी चिन्हित जलस्रोतों की घेराबंदी और सीमांकन की प्रक्रिया होगी सुनिश्चित

कोयल नदी और बड़े तालाब के लिए विशेष कार्य योजना

समाहरणालय सभागार में हुई इस अहम बैठक में नगर आयुक्त-सह-प्रशासक जावेद हुसैन ने पलामू की जीवनरेखा कोयल नदी की स्वच्छता पर फोकस करते हुए बताया कि गंदे नाले के पानी को नदी में गिरने से रोकने के लिए योजनाएं तैयार की गई हैं। इसके लिए आवश्यक प्रस्ताव बनाकर स्वीकृति की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। साथ ही, उन्होंने 15 दिनों के भीतर चिन्हित क्षेत्रों में सूचना बोर्ड लगवाने का निर्देश भी दिया।

बड़ा तालाब और अम्बेडकर पार्क को भी प्रदूषण मुक्त बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए तालाब से जलकुंभी हटाकर सफाई करवाई जाएगी। मत्स्य पालन और देखरेख के लिए मत्स्य सहयोग समिति को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

नावाटोली तालाब और अन्य जलस्रोतों पर अतिक्रमण हटाने की तैयारी

बैठक में स्पष्ट किया गया कि नावाटोली तालाब क्षेत्र में फैले अतिक्रमण को समाप्त करने के लिए मत्स्य विक्रेताओं और स्थानीय लोगों से मुक्त कराने की व्यापक योजना तैयार की गई है। वेंडर मार्केट का निर्माण चल रहा है, जिसके बाद तालाब की भूमि को पुनः संरक्षित किया जाएगा।

गुरियाही तालाब, समदा आहर, झरना तालाब जैसे जलस्रोतों को वर्षाजल पर आधारित जल संरचनाएं मानते हुए उनके सौंदर्यीकरण, गहरीकरण और प्रदूषण रोकने की दिशा में कार्य शुरू हो चुका है।

सभी नगर परिषद क्षेत्रों में भी चलेगा अभियान

बैठक में विश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद और नगर पंचायतों के शहरी जलस्रोतों को भी प्रदूषण और अतिक्रमण से मुक्त करने की कार्य योजना पर सहमति बनी। अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे संबंधित क्षेत्र की रिपोर्ट सौंपें और अतिक्रमण मुक्त कराए गए स्थलों का सीमांकन कर चारदीवारी का निर्माण कराएं, ताकि भविष्य में पुनः अतिक्रमण न हो सके।

जल स्रोतों के संरक्षण के लिए प्रशासन की संयुक्त सक्रियता

बैठक में सदर, छतरपुर, हुसैनाबाद अनुमंडल पदाधिकारी, संबंधित अंचल अधिकारी एवं नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी भी शामिल हुए। सभी को अपने-अपने क्षेत्र में जल स्रोतों की निगरानी और नियमित समीक्षा का निर्देश दिया गया है।

न्यूज़ देखो : जल-संरक्षण के मिशन पर प्रशासन की गहरी नज़र

न्यूज़ देखो पलामू जिले के जलस्रोतों को संरक्षित करने की इस पहल को जनभागीदारी और जवाबदेही के साथ कवर करता रहेगा। हमारी टीम लगातार यह सुनिश्चित करेगी कि कोयल नदी से लेकर झरना तालाब तक, हर जलधारा स्वच्छ और सुरक्षित बनी रहे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

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Radhika Netralay Garhwa
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