#Deoghar #PresidentVisit : बाबा बैद्यनाथधाम एयरपोर्ट पर हुआ भव्य स्वागत — श्रावणी माह में श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का देवघर आगमन श्रावणी माह की विशेष बेला में हुआ।
- राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, मंत्री दीपिका पाण्डेय सिंह और डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने किया स्वागत।
- बाबा बैद्यनाथधाम एयरपोर्ट पर पुष्पगुच्छ भेंट कर किया गया अभिनंदन।
- श्रावण मास में लाखों श्रद्धालु बाबा धाम में जलाभिषेक हेतु जुटते हैं।
श्रावणी माह की पावन बेला में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का देवघर आगमन पूरे झारखंड के लिए गौरव का क्षण बना। बाबा बैद्यनाथधाम एयरपोर्ट पर राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, मंत्री दीपिका पाण्डेय सिंह और गिरिडीह के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उनका भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं में उत्साह और धार्मिक आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला।
राष्ट्रपति का ऐतिहासिक स्वागत
31 जुलाई 2025 को देवघर के बाबा बैद्यनाथधाम एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति मुर्मु का स्वागत अत्यंत पारंपरिक और गरिमामय वातावरण में किया गया। राज्यपाल गंगवार ने श्रावणी माह की धार्मिक महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह आगमन संपूर्ण झारखंड के लिए गौरव और आस्था का प्रतीक है।
राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा: “श्रावणी माह की इस पुण्य बेला में राष्ट्रपति महोदया का देवघर आगमन सम्पूर्ण राज्यवासियों के लिए हर्ष का विषय है।”
मंत्री और उपायुक्त भी रहे मौजूद
स्वागत समारोह में झारखंड सरकार की मंत्री दीपिका पाण्डेय सिंह और गिरिडीह के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा भी शामिल हुए। दोनों ने राष्ट्रपति महोदया को पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। यह पल देवघर के धार्मिक और सांस्कृतिक गौरव को एक नई ऊंचाई देने वाला साबित हुआ।


बाबा बैद्यनाथधाम की आस्था और श्रावणी माह
देवघर का बाबा बैद्यनाथधाम मंदिर केवल झारखंड ही नहीं, बल्कि संपूर्ण भारतवर्ष के आस्था का केंद्र है। श्रावण मास के दौरान लाखों कांवड़िए देश के कोने-कोने से यहां जलाभिषेक के लिए आते हैं। राष्ट्रपति का इस समय आगमन स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय क्षण बन गया।
न्यूज़ देखो: आस्था और गौरव का अद्भुत संगम
राष्ट्रपति का बाबा बैद्यनाथधाम आगमन यह साबित करता है कि धार्मिक धरोहर और सांस्कृतिक पहचान आज भी झारखंड की असली ताकत है। देवघर की आस्था और परंपरा को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने का यह अवसर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यटन और विकास के लिए भी नई संभावनाओं का द्वार खोलता है।
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एकजुट आस्था, साझा गौरव
श्रावणी माह में राष्ट्रपति का देवघर आगमन एकजुटता और विश्वास का संदेश देता है। ऐसे अवसर न केवल हमारी धार्मिक पहचान को मजबूत करते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मकता और प्रगति की राह भी दिखाते हैं। अपनी राय कमेंट में दें, इस खबर को शेयर करें और इसे उन दोस्तों तक पहुंचाएं जिन्हें यह जानना चाहिए।