
#चितरपुर #शिक्षाकीउड़ान – सीमित संसाधनों के बीच प्रिया कुमारी ने झारखंड बोर्ड 12वीं कॉमर्स में हासिल किया पहला स्थान
- प्रिया कुमारी ने झारखंड बोर्ड 12वीं कॉमर्स में 442 अंक प्राप्त कर किया जिला टॉप
- चितरपुर की अपग्रेड आरबी प्लस-2 स्कूल की छात्रा हैं प्रिया
- पिता चलाते हैं छोटा होटल, परिवार की आर्थिक स्थिति साधारण
- प्रिया बनना चाहती हैं शिक्षक, अगली पीढ़ी को देना चाहती हैं दिशा
- पूरे इलाके में खुशी की लहर, लोग दे रहे हैं बधाई और सम्मान
रामगढ़ जिला अंतर्गत चितरपुर की प्रिया कुमारी ने झारखंड अधिविद्य परिषद, रांची द्वारा घोषित 12वीं कॉमर्स के परिणाम में जिला टॉप कर नया कीर्तिमान रचा है। अपग्रेड आरबी प्लस-2 स्कूल, सांडी, चितरपुर की छात्रा प्रिया ने कुल 500 में से 442 अंक प्राप्त कर जिले में पहला स्थान हासिल किया है। उनके इस उत्कृष्ट प्रदर्शन से स्कूल, परिवार और पूरे समाज में खुशी की लहर दौड़ गई है।
प्रिया एक साधारण परिवार से आती हैं। उनके पिता नरेश प्रसाद चितरपुर में एक छोटा सा होटल चलाते हैं। परिवार में माता-पिता के अलावा एक बड़ी बहन और एक छोटा भाई है। सीमित संसाधनों के बावजूद प्रिया ने कड़ी मेहनत, लगन और अनुशासन के दम पर यह मुकाम हासिल किया।
अपनी सफलता पर प्रिया ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि मैंने अपने जिले का नाम रोशन किया। इसका श्रेय मैं अपने माता-पिता, शिक्षकों और परिवार के हर सदस्य को देना चाहती हूं, जिनका सहयोग और आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहा।”
उन्होंने आगे बताया कि वे आगे की पढ़ाई जारी रखते हुए भविष्य में एक शिक्षक बनना चाहती हैं ताकि आने वाली पीढ़ियों को सही मार्गदर्शन देकर उनका भविष्य संवार सकें।
प्रिया की इस उपलब्धि पर स्कूल प्रबंधन, शिक्षकों, सहपाठियों और स्थानीय लोगों ने हर्ष जताया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। पूरे इलाके में जश्न का माहौल है और लोग लगातार उनके घर जाकर बधाइयाँ दे रहे हैं।
न्यूज़ देखो : मेहनत और उम्मीद से लिखी गई सफलता की कहानी
‘न्यूज़ देखो’ मानता है कि प्रतिभा किसी परिस्थिति की मोहताज नहीं होती। प्रिया की सफलता उन हजारों छात्रों के लिए उम्मीद की किरण है जो सीमित संसाधनों में भी बड़ा सपना देख रहे हैं। ऐसे छात्र हमारे समाज की असली प्रेरणा हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षा के क्षेत्र में ऐसे प्रेरणादायक उदाहरणों से पूरे राज्य का हौसला बढ़ता है। हमें ऐसे होनहारों को प्रोत्साहन देकर उनके सपनों को पंख देने की जिम्मेदारी उठानी चाहिए।