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ईद-मिलादुन्नबी पर महुआडांड़ के मदरसा अशरफिया गरीब नवाज़ में इनामी मुकाबला: बच्चों की प्रतिभा ने जीता सबका दिल

#महुआडांड़ #ईद_मिलादुन्नबी : प्रतियोगिता में बच्चों ने सवाल-जवाब, नाअत और तकरीर में दिखाया हुनर, विजेताओं को शील्ड देकर किया गया सम्मानित

महुआडांड़। अम्वाटोली स्थित मदरसा अशरफिया गरीब नवाज़ में ईद-मिलादुन्नबी के मौके पर इनामी मुकाबला प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इसमें मदरसे के छात्रों के साथ-साथ आसपास के बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिता में सवाल-जवाब, नाअत शरीफ, तकरीर और अन्य विषय शामिल रहे, जिसने बच्चों की प्रतिभा और ज्ञान का परिचय कराया।

प्रतियोगिता में विजेता बने नन्हें प्रतिभागी

अंग्रेजी विभाग में आरिश खान (उड़ीसा) और नूर मोहम्मद (छत्तीसगढ़) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। हिंदी विभाग में रेहान अंसारी (चैनपुर) और हसनैन रजा सना (गुमला) विजेता रहे। उर्दू विभाग में निजाम अंसारी (सरायडीह) और ओन मोहम्मद (पहाड़कापू) ने प्रथम स्थान हासिल किया। तकरीर विभाग में खूस्तर अंसारी (लुरगुमी) और नाअत विभाग में नूर मोहम्मद (कुशमी) ने प्रथम स्थान पाकर सबका दिल जीता।

सभी विजेता बच्चों को अंजुमन कमिटी और मदरसे के ओलमा द्वारा शील्ड देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार भी दिया गया।

प्रिंसिपल का संबोधन और भविष्य की योजनाएँ

मदरसे के प्रिंसिपल मौलाना नौशाद आलम ने कहा कि आने वाले समय में शिक्षा का माहौल और बेहतर बनाने की योजना है। उन्होंने बताया कि जल्द ही कंप्यूटर क्लास की शुरुआत की जाएगी और समय-समय पर ऐसी प्रतियोगिताओं का आयोजन होता रहेगा ताकि बच्चों की प्रतिभा और अनुशासन दोनों विकसित हो सकें।

निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए बाहरी जज

प्रतियोगिता की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए बाहर से चार जजों की नियुक्ति की गई थी। इसमें जामिया नूरिया के सीनियर शिक्षक मास्टर अनीस, सेंट जेवियर कॉलेज के कंप्यूटर शिक्षक खुर्शीद आलम, पत्रकार और समाजसेवी शहजाद आलम तथा अंचल कार्यालय में कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर शोएब अख्तर शामिल रहे। सभी जजों ने प्रतियोगिता को सफल और पारदर्शी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

आयोजन की सफलता में सहयोग

कार्यक्रम को सफल बनाने में वाइस प्रिंसिपल हाफिज हॉस्टल इंचार्ज जनाब खुर्शीद, हाफिज रागिब हुसैन, शिक्षक मोहम्मद लक्की अली, सदर मजुल साहब, नायब सदर आशिफ कैसर, सेक्रेट्री शहाबुद्दीन खान, नायब सेक्रेटरी शाहिद अहमद (भोलू), खजांची जनाब फिरोज अंसारी, और निगरानी कमेटी के शमशाद अंसारी, जरीफुल्ला अहमद, अस्ताज अंसारी, अमजद, हैदर, अब्बास अली समेत कई लोगों का अहम योगदान रहा।

न्यूज़ देखो: शिक्षा और संस्कार का संगम

महुआडांड़ का यह आयोजन सिर्फ धार्मिक महत्व का नहीं बल्कि बच्चों के ज्ञान और संस्कार को मजबूत करने का अवसर भी है। प्रतियोगिता ने यह साबित किया कि शिक्षा, अनुशासन और मेहनत ही बच्चों का भविष्य संवार सकते हैं।

हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

बच्चों की प्रतिभा से रोशन हुआ मंच

मदरसा अशरफिया गरीब नवाज़ में हुए इस आयोजन ने यह दिखाया कि छोटे-छोटे प्रयास भी बड़े बदलाव ला सकते हैं। अब समय है कि हम सभी बच्चे-बच्चियों की शिक्षा और हुनर को बढ़ावा देने में योगदान दें। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि प्रेरणा औरों तक भी पहुंचे।

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