#Latehar_SLRM_Protest #मानदेयविवाद #महिलाकर्मचारी_धरना – एसएलआरएम योजना में कार्यरत महिलाओं का बड़ा आरोप – “न पैसा, न नौकरी, उल्टा प्रताड़ना झेलनी पड़ी”
- एसएलआरएम सेंटर के बाहर धरने पर बैठीं दर्जनों महिलाएं
- तीन महीने से नहीं मिला मानदेय, 12 हजार देने का हुआ था वादा
- सेंटर में काम से रोका गया, दरवाजा बंद कर अंदर काम जारी
- टीम लीडर पर दुर्व्यवहार और अनुचित कार्य कराने का गंभीर आरोप
- उपायुक्त को दी गई जानकारी, पर कार्रवाई नहीं होने से नाराजगी
Latehar : महिला कर्मियों का फूटा गुस्सा, बहुदेशीय भवन में दिया धरना
लातेहार जिले के बहुदेशीय भवन स्थित सॉलिड एंड लिक्विड रिसोर्स मैनेजमेंट (SLRM) सेंटर के बाहर महिलाओं ने धरना देकर विरोध जताया। इनमें सरिता देवी, कंचन कुमारी, शोभा कुमारी, संगीता देवी, बबीता देवी, अंजु कुमारी और सुकन्या देवी समेत कई महिलाएं शामिल थीं।
प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने बताया कि वे 18 फरवरी से SLRM योजना के अंतर्गत काम कर रही हैं, और उन्हें हर महीने ₹12,000 मानदेय देने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन तीन महीने से अधिक समय बीतने के बावजूद एक भी रुपया नहीं मिला।
बिना जॉइनिंग लेटर और वेतन के काम, अब बेरुखी
महिलाओं ने कहा कि उन्हें ट्रेनिंग के नाम पर काम में लगाया गया था, और भरोसा दिलाया गया था कि जॉइनिंग लेटर मिलेगा। परंतु न ही कोई आधिकारिक नियुक्ति पत्र दिया गया और न ही वेतन, उल्टा काम से निकाल दिया गया।
सेंटर में अंदर काम चलता रहा, महिलाओं को बाहर कर दिया गया
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि जब वे सेंटर पर पहुंचीं तो दरवाजा बंद कर दिया गया। अंदर काम चल रहा था, पर उन्हें रोका गया। इससे नाराज महिलाओं ने धरना देकर अपना विरोध दर्ज कराया।
टीम लीडर मीना कुमारी पर लगाया दुर्व्यवहार और शोषण का आरोप
महिलाओं ने आरोप लगाया कि टीम लीडर मीना कुमारी के द्वारा उनके साथ प्रताड़ना की गई। उन्हें प्रशिक्षण के दौरान अनुचित कार्य करवाए गए और सही तरीके से भोजन तक नहीं दिया गया।
उपायुक्त से की शिकायत, पर कोई कार्रवाई नहीं
महिलाओं ने उपायुक्त को पूरे मामले की जानकारी दी, लेकिन अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया। इसी वजह से उन्होंने धरना देकर प्रशासन को चेताया है कि अगर न्याय नहीं मिला, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
न्यूज़ देखो : हर आवाज को देगा मंच
‘न्यूज़ देखो’ महिलाओं की इस लड़ाई में उनके साथ है। इस तरह की योजनाएं जब शोषण का जरिया बन जाएं, तो प्रशासन की जवाबदेही और बढ़ जाती है। हमारी कोशिश है कि हर पीड़ित की आवाज सही जगह तक पहुंचे।
आप भी अपनी आवाज उठाने में संकोच न करें – न्यूज़ देखो हर मुद्दे पर आपके साथ खड़ा है।