
#गुमला #घाघराथानादिवस : स्थानीय प्रशासन की सराहनीय पहल — जनता की छोटी समस्याओं का त्वरित निपटारा बना भरोसे का कारण
- घाघरा थाना परिसर में आयोजित हुआ साप्ताहिक थाना दिवस कार्यक्रम
- कुल सात मामलों में से पांच का मौके पर त्वरित समाधान
- थाना प्रभारी व अंचल अधिकारी की संयुक्त उपस्थिति रही
- अन्य विभागों के प्रतिनिधियों की भागीदारी से बनी समाधान की सहूलियत
- स्थानीय जनता ने पहल की प्रशंसा करते हुए कहा – बढ़ा प्रशासन पर भरोसा
प्रशासनिक जिम्मेदारी की मिसाल बनी घाघरा की यह पहल
गुमला जिले के घाघरा थाना परिसर में आज आयोजित साप्ताहिक थाना दिवस कार्यक्रम में प्रशासन ने जनहित को सर्वोपरि रखते हुए जनसमस्याओं की सुनवाई और त्वरित समाधान पर जोर दिया।
घाघरा अंचल अधिकारी और थाना प्रभारी की उपस्थिति में कुल सात मामलों की सुनवाई हुई, जिसमें से पांच मामलों का समाधान मौके पर ही कर दिया गया। यह न केवल प्रशासन की संवेदनशीलता का परिचायक है, बल्कि पारदर्शी कार्य प्रणाली को भी दर्शाता है।
सभी विभागों का रहा बेहतर समन्वय, बनी समाधान की राह आसान
थाना दिवस के मौके पर केवल पुलिस ही नहीं, बल्कि अन्य विभागों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे, जिससे मामलों की जांच और समाधान में गति आई। प्रशासनिक अधिकारियों ने आपसी समन्वय के माध्यम से समस्याओं को समझा और निष्पादन किया।
इस पहल के माध्यम से प्रशासन ने साबित किया कि जनता की छोटी लेकिन जरूरी समस्याएं भी प्राथमिकता की हकदार हैं।
स्थानीय लोगों ने जताया संतोष, कहा – इस तरह की पहल हो नियमित
थाना दिवस में भाग लेने आए कई ग्रामीणों ने प्रशासन की सक्रियता और संवेदनशीलता की सराहना की।
स्थानीय निवासी रमेश उरांव ने कहा: “पहले हमें अपनी बात रखने के लिए कई बार चक्कर लगाने पड़ते थे, लेकिन थाना दिवस से हमें एक ही जगह पर सबकी सुनवाई मिल रही है।”
थाना प्रभारी ने कहा: “हमारी कोशिश है कि थाना दिवस के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा मामलों का समाधान मौके पर ही किया जाए, ताकि जनता को कोर्ट-कचहरी की भागदौड़ से राहत मिल सके।”

न्यूज़ देखो: प्रशासनिक जवाबदेही की ज़मीनी तस्वीर
घाघरा थाना दिवस में जिस तरह से जनसमस्याओं का त्वरित समाधान हुआ, वह गांव-कस्बों में भरोसेमंद प्रशासनिक प्रणाली की एक मिसाल है।
‘न्यूज़ देखो’ मानता है कि यदि इसी प्रकार स्थानीय स्तर पर संवाद और समाधान का सिलसिला चलता रहे, तो आम लोगों का सरकार और प्रशासन पर विश्वास और गहराएगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
नागरिक जागरूकता से बनती है मजबूत शासन व्यवस्था
एक जिम्मेदार नागरिक वही होता है जो न केवल अपनी समस्याएं सामने रखता है, बल्कि समाधान प्रक्रिया का हिस्सा भी बनता है।
यदि आप भी किसी प्रशासनिक कार्यक्रम में शामिल हुए हैं, तो अपना अनुभव कमेंट में साझा करें।
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