
#सिमडेगा #विकास_निरीक्षण : छठ घाट पर चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता जांच कर सुविधाओं के स्थान किए गए चयन।
सिमडेगा स्थित शंख नदी छठ घाट पर पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्यों का स्थल निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान चेंजिंग भवन, पथ निर्माण और अन्य संरचनाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया गया। मौके पर भविष्य की सुविधाओं के लिए 14 पक्के बेंच और बोरिंग जल मीनार के निर्माण स्थल का चयन किया गया। उद्देश्य छठ व अन्य पर्वों पर श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
- शंख नदी छठ घाट, सिमडेगा में पर्यटन विभाग के कार्यों का निरीक्षण।
- चेंजिंग भवन निर्माण की गुणवत्ता की जांच।
- 14 पक्के बेंच और बोरिंग जल मीनार के लिए स्थान चयन।
- चल रहे पथ निर्माण और गार्ड वॉल का जायजा।
- स्थानीय संस्थान की ओर से कार्यों पर निगरानी।
सिमडेगा जिले के प्रसिद्ध शंख नदी छठ घाट पर पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों को लेकर आज स्थल निरीक्षण किया गया। छठ पर्व सहित अन्य धार्मिक अवसरों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए यहां आधारभूत सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। इसी क्रम में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभिन्न संरचनाओं का बारीकी से जायजा लिया गया।
चेंजिंग भवन के निर्माण कार्यों की जांच
निरीक्षण के दौरान छठ घाट परिसर में बन रहे चेंजिंग भवन के कार्यों को देखा गया। स्पष्ट निर्देश दिए गए कि निर्माण की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए। अधिकारियों और संबंधित लोगों ने निर्माण सामग्री, संरचना की मजबूती और उपयोगिता से जुड़े पहलुओं पर ध्यान दिया, ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुविधाजनक व्यवस्था मिल सके।
नई सुविधाओं के लिए स्थान चयन
घाट परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 14 पक्के बेंच और बोरिंग जल मीनार के निर्माण के लिए स्थान का चयन किया गया। इन सुविधाओं से घाट पर आने वाले लोगों को बैठने और पेयजल की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध हो सकेगी। निरीक्षण के दौरान यह भी कहा गया कि निर्माण कार्य तय समय सीमा के भीतर पूरा किया जाए।
पथ निर्माण और गार्ड वॉल का जायजा
शंख नदी छठ घाट तक पहुंचने वाले मार्ग पर चल रहे पथ निर्माण कार्य का भी निरीक्षण किया गया। इसके साथ-साथ सुरक्षा की दृष्टि से बनाए जा रहे गार्ड वॉल की स्थिति का जायजा लिया गया। निरीक्षण के दौरान यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया कि पथ और सुरक्षा संरचनाएं टिकाऊ हों और भविष्य में किसी प्रकार की समस्या न उत्पन्न हो।
स्थानीय संस्थान की सक्रिय भूमिका
इस निरीक्षण के दौरान प्रदीप केसरी, संस्थापक सदस्य, शंख नदी छठ सेवा संस्थान, सिमडेगा की भूमिका भी सामने आई। उन्होंने छठ घाट के विकास से जुड़े कार्यों पर निरंतर निगरानी और सहयोग की बात कही। स्थानीय स्तर पर संस्थान की सहभागिता से निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता बनाए रखने में मदद मिल रही है।
श्रद्धालुओं के हित में विकास कार्य
शंख नदी छठ घाट सिमडेगा का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जहां छठ महापर्व के दौरान हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों का उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सुविधा और स्वच्छता सुनिश्चित करना है। निरीक्षण के दौरान यह स्पष्ट किया गया कि सभी कार्य मानकों के अनुरूप पूरे किए जाएंगे।
न्यूज़ देखो: धार्मिक स्थलों के विकास में गुणवत्ता पर फोकस जरूरी
यह खबर दर्शाती है कि धार्मिक और पर्यटन स्थलों के विकास में केवल निर्माण ही नहीं, बल्कि गुणवत्ता और दीर्घकालिक उपयोगिता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है। शंख नदी छठ घाट पर किए जा रहे निरीक्षण से यह संकेत मिलता है कि प्रशासन और स्थानीय संस्थाएं मिलकर बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास कर रही हैं। आने वाले समय में इन कार्यों की समयबद्ध पूर्णता पर सभी की नजर रहेगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
बेहतर सुविधाओं से ही बढ़ेगा आस्था स्थलों का महत्व
जब धार्मिक स्थलों पर मूलभूत सुविधाएं सुदृढ़ होती हैं, तो श्रद्धालुओं का अनुभव भी बेहतर होता है। शंख नदी छठ घाट पर हो रहे विकास कार्य इसी दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। गुणवत्ता और पारदर्शिता से किया गया निर्माण आने वाले वर्षों तक लाभ देगा।





