
#कोलेबिरा #जनसुरक्षा : पागल कुत्ते के हमले में घायल ग्रामीणों का हाल जाना, सुजान मुंडा ने प्रशासन से रेबीज़ टीकाकरण की व्यवस्था करने की अपील की।
- लचरागढ़ में पागल कुत्ते के हमले से 10 ग्रामीण घायल हुए।
- भाजपा नेता सुजान मुंडा ने घायलों और उनके परिजनों से मुलाकात की।
- ग्रामीणों ने बताया कि कुत्ते के आतंक के कारण लोग घर से बाहर निकलने में डर रहे थे।
- बाद में ग्रामीणों ने पुष्टि की कि पागल कुत्ता मर चुका है, अब खतरा नहीं।
- सुजान मुंडा ने कहा कि सतर्क रहना जरूरी, घायलों को हरसंभव मदद दी जाएगी।
- उन्होंने प्रशासन से रेबीज़ टीकाकरण कैंप लगाने की मांग की।
- मुलाकात के दौरान राजेश अग्रवाल, अशोक इंदवार, संजय मिश्रा, संजय ठाकुर, संदीप सिंह सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
लचरागढ़ और आसपास के इलाकों में गुरुवार को पागल कुत्ते के अचानक हमले ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया। इस हमले में 10 ग्रामीण घायल हो गए, जिनमें बच्चे भी शामिल थे। कोलेबिरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी और भाजपा नेता सुजान मुंडा शुक्रवार को घटनास्थल पहुंचे और घायलों की स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि घटना के समय लोग घर से बाहर निकलने में भी सहम रहे थे। स्कूल जाने वाले बच्चे तक भयभीत थे। हालांकि बाद में ग्रामीणों ने बताया कि कुत्ते की मौत हो चुकी है, और अब गांव में खतरे की स्थिति नहीं है। इसके बावजूद प्रशासनिक सतर्कता की आवश्यकता पर ज़ोर दिया गया।
घटना का विवरण और ग्रामीणों में दहशत का माहौल
अचानक हमला और 10 लोग घायल
गुरुवार को दोपहर के आसपास लचरागढ़ में एक पागल कुत्ते ने लोगों पर अंधाधुंध हमला कर दिया।
गांव में हुई इस अनियंत्रित घटना में कुल 10 ग्रामीण घायल हो गए, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई।
हमले के बाद:
- घरों से बाहर निकलना बंद हो गया
- महिलाएं और बच्चे अंदर ही रहने को मजबूर हुए
- स्कूल जाने वाले छात्रों में भय का माहौल व्याप्त रहा
- राहगीरों ने भी सड़क पर चलने में डर महसूस किया
ग्रामीणों ने बताया—कुत्ता मर चुका है
घटना के बाद ग्रामीण एकजुट हुए और बताया कि हमलावर कुत्ता मर चुका है, जिसके बाद स्थिति सामान्य होने लगी।
हालांकि इस तरह की घटनाओं ने ग्रामीणों में सुरक्षा और स्वास्थ्य के प्रति चिंता बढ़ा दी है।
सुजान मुंडा का दौरा—परिजनों को भरोसा, घायलों का हालचाल
घायलों से मुलाकात और सांत्वना
भाजपा नेता सुजान मुंडा ने घटनास्थल पहुंचकर सभी घायलों और उनके परिजनों से मिलकर उनकी स्थिति की जानकारी ली।
उन्होंने घटना पर चिंता जताते हुए कहा कि ऐसी घटनाएँ ग्रामीण सुरक्षा व्यवस्था की ओर गंभीर सवाल उठाती हैं।
सुजान मुंडा ने कहा: “घायल ग्रामीणों की हरसंभव मदद की जाएगी। प्रशासन को जल्द से जल्द चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए।”
भविष्य के लिए सतर्क रहने की सलाह
उन्होंने ग्रामीणों से सावधानी बरतने, आवारा जानवरों से दूरी रखने और बच्चों को सुरक्षित रखने की अपील की।
साथ ही, उन्होंने कहा कि गाँव में जागरूकता अभियान की भी आवश्यकता है ताकि आगे ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
प्रशासन से मांग: त्वरित रेबीज़ टीकाकरण कैंप लगाया जाए
हमले के बाद रेबीज़ संक्रमण की संभावना को देखते हुए सुजान मुंडा ने प्रशासन को स्पष्ट मांग रखी कि:
- सभी घायलों की तात्कालिक जांच
- रेबीज़ टीका तुरंत उपलब्ध कराया जाए
- स्वास्थ्य विभाग की टीम लचरागढ़ में विशेष शिविर लगाए
यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि रेबीज़ संक्रमण जानलेवा साबित हो सकता है, और समय पर टीकाकरण ही इसका समाधान है।
भाजपा और सामाजिक कार्यकर्ताओं की टीम साथ रही
दौरे के दौरान भाजपा और आरएसएस के कई पदाधिकारी सुजान मुंडा के साथ मौजूद रहे।
उपस्थित प्रमुख कार्यकर्ता:
- राजेश अग्रवाल – आरएसएस जिला कार्यवाह
- अशोक इंदवार – भाजपा प्रखंड अध्यक्ष
- संजय मिश्रा – भाजपा जिला कार्यसमिति सदस्य
- संजय ठाकुर – लचरागढ़ पंचायत प्रभारी
- संदीप सिंह – स्थानीय कार्यकर्ता
इन सभी ने घायलों से मुलाकात की और ज़रूरत पड़ने पर सहयोग करने का आश्वासन दिया।
व्यवस्थागत कमजोरियों पर चर्चा—ग्रामीण क्षेत्र में सुरक्षा का अभाव
कई ग्रामीणों ने बताया कि गांव और आसपास के क्षेत्रों में अक्सर आवारा पशुओं के कारण समस्याएँ बढ़ती रहती हैं, लेकिन नागरिक सुरक्षा और पशु नियंत्रण पर गंभीर कदम नहीं उठाए जाते।
ग्रामीणों के सुझाव:
- आवारा पशुओं की नियमित जांच
- स्वास्थ्य विभाग की तैनाती
- स्कूलों में सुरक्षा पर जागरूकता
- पंचायत स्तर पर सतर्कता समिति का गठन
न्यूज़ देखो: ग्रामीण सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की जरूरत
लचरागढ़ में हुई यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों की असुरक्षा और प्रशासनिक लापरवाही की ओर इशारा करती है।
स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं का तत्परता से पहुंचना सराहनीय कदम है, लेकिन सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है।
पशु नियंत्रण और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत कर ऐसे हादसों को रोका जा सकता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सतर्क रहें—सुरक्षा सामूहिक जिम्मेदारी है
गांव हो या शहर, समुदाय की सुरक्षा मिलजुलकर मजबूत होती है।
लचरागढ़ की घटना हमें याद दिलाती है कि छोटी-सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना का रूप ले सकती है।
आवारा पशुओं पर नजर रखें, बच्चों को सावधानी सिखाएँ और स्वास्थ्य सेवाओं की मांग करना न भूलें।





