
#गिरिडीह #गिरफ्तारी : पूर्व गाण्डेय विधानसभा प्रत्याशी शमीम अख़्तर पर वाहन फाइनेंस घोटाले में रकम हड़पने का आरोप, पुलिस ने किया गिरफ्तार
- शमीम अख़्तर राधा स्वामी संगठन के नेता और पूर्व गाण्डेय विधानसभा प्रत्याशी हैं।
- आरोप है कि उन्होंने वाहन उपलब्ध कराने के नाम पर लोगों से पैसे लिए।
- फाइनेंस कंपनी को भुगतान नहीं करने से लाभुकों को भारी परेशानी हुई।
- पंचंबा थाना में शिकायत दर्ज होने पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की।
- देर रात एफआईआर दर्ज कर अख़्तर को हिरासत में लिया गया।
गिरिडीह जिले में मंगलवार देर रात उस समय हलचल मच गई जब पुलिस ने राधा स्वामी संगठन के नेता और पूर्व गाण्डेय विधानसभा प्रत्याशी शमीम अख़्तर को धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार कर लिया। उन पर आरोप है कि उन्होंने वाहन उपलब्ध कराने के नाम पर कई लोगों से मोटी रकम वसूली लेकिन संबंधित फाइनेंस कंपनी को राशि नहीं दी। परिणामस्वरूप, पीड़ित लाभुकों को वाहन फाइनेंस संबंधी गंभीर आर्थिक और कानूनी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अख़्तर को हिरासत में लिया और प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।
वाहन फाइनेंस घोटाले में फंसे शमीम अख़्तर
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, शमीम अख़्तर ने कई परिवारों और व्यक्तियों को भरोसा दिलाया कि वे उन्हें फाइनेंस के माध्यम से वाहन उपलब्ध कराएंगे। लोगों ने भरोसा कर पूरी राशि उनके हवाले कर दी, लेकिन कंपनी तक भुगतान पहुंचा ही नहीं। नतीजतन, लाभुकों को न केवल गाड़ियों से वंचित रहना पड़ा बल्कि कर्ज और कानूनी दवाब का सामना करना पड़ा।
शिकायत पर त्वरित कार्रवाई
पीड़ितों ने पूरे मामले की लिखित शिकायत पंचंबा थाना में दर्ज कराई। शिकायत मिलते ही थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस ने शमीम अख़्तर के ठिकानों पर छापेमारी की और देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और आगे की जांच जारी है।
राजनीतिक और सामाजिक हलचल
शमीम अख़्तर की गिरफ्तारी से जिले की राजनीति में भी हलचल मच गई है। एक तरफ विरोधी दल इसे आम जनता के साथ छल बताकर राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनके समर्थक इसे साजिश बता रहे हैं। सामाजिक हलकों में भी इस गिरफ्तारी पर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
न्यूज़ देखो: जनता के भरोसे से खिलवाड़ पर कड़ा संदेश
शमीम अख़्तर की गिरफ्तारी यह संकेत देती है कि जनता के पैसे और भरोसे से खिलवाड़ करने वालों पर कानून की पकड़ मजबूत होती जा रही है। यह घटना उन लोगों के लिए भी सबक है जो सामाजिक या राजनीतिक हैसियत का गलत इस्तेमाल कर आम जनता को ठगते हैं।
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जनता की आवाज ही सबसे बड़ी ताकत
धोखाधड़ी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर पीड़ितों ने साबित किया है कि नागरिक सजग रहें तो न्याय जरूर होता है। आप भी अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और लोगों को जागरूक करें ताकि भविष्य में कोई नेता जनता का भरोसा तोड़ने की हिम्मत न कर सके।