#गढ़वा #FreeEyeCamp — जरूरतमंद मरीजों के लिए निशुल्क नेत्र चिकित्सा सेवा की नई शुरुआत
- राधिका नेत्रालय चिरौंजीय में निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर की शुरुआत
- गढ़वा सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने किया शिविर का उद्घाटन
- मरीजों को ऑपरेशन, दवा, जांच और फॉलोअप सभी सेवाएं मुफ्त में मिलेंगी
- आधुनिक तकनीक से होगा इलाज, शिविर पूरे वर्ष तक सक्रिय रहेगा
- ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने इस पहल की जमकर सराहना की
जनसेवा की नई रोशनी बनी राधिका नेत्रालय की पहल
गढ़वा जिला मुख्यालय से सटे चिरौंजीय स्थित राधिका नेत्रालय में शुक्रवार को वर्ष 2025-26 के लिए निशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर का शुभारंभ किया गया। इस विशेष स्वास्थ्य सेवा अभियान का उद्घाटन गढ़वा के सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार ने किया। कार्यक्रम के दौरान अस्पताल के संस्थापक डॉ. सुशील कुमार, वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल साव, तथा प्रबंध निदेशक पायल गुप्ता सहित कई चिकित्सा और समाजसेवी मौजूद रहे।
“नेत्र ज्योति ही जीवन ज्योति है” — सिविल सर्जन
“नेत्र ज्योति ही जीवन ज्योति है। राधिका नेत्रालय की यह पहल सराहनीय है, जिससे जिले के ग्रामीण एवं जरूरतमंद मरीजों को नई दृष्टि मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग इस प्रकार के प्रयासों को हमेशा समर्थन देता रहेगा।”
— डॉ. अशोक कुमार, सिविल सर्जन, गढ़वा
सिविल सर्जन ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए इसे जनकल्याण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों को निजी संस्थाएं इस तरह सहयोग कर रही हैं, यह एक सराहनीय मॉडल है।
आधुनिक तकनीक और समर्पण के साथ समाजसेवा
“आज मोतियाबिंद के इलाज के लिए आधुनिक तकनीकें उपलब्ध हैं और यदि समय पर इलाज हो, तो व्यक्ति पूरी तरह सामान्य जीवन जी सकता है। इस तरह के शिविर समाज के लिए बहुत जरूरी हैं।”
— डॉ. अनिल साव, वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ“इस शिविर में न केवल ऑपरेशन बल्कि जाँच, दवाएं और फॉलोअप सभी सेवाएं पूरी तरह निशुल्क प्रदान की जा रही हैं। हमारा लक्ष्य है कि कोई भी मरीज अंधत्व की स्थिति में न पहुंचे।”
— डॉ. सुशील कुमार, संस्थापक, राधिका नेत्रालय
डॉ. सुशील कुमार ने बताया कि शिविर में चिन्हित मरीजों को चयनित कर उनके ऑपरेशन कराए जाएंगे। यह सेवा पूरे वर्ष भर संचालित की जाएगी, जिससे लाखों ग्रामीणों को लाभ मिलने की संभावना है।
ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने की सराहना
इस अवसर पर कई ग्रामीणों ने अपनी आंखों की जांच कराई। साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों और गणमान्य नागरिकों ने इस सेवा शिविर की खुलकर प्रशंसा की। राधिका नेत्रालय की यह पहल स्वास्थ्य अधिकार और दृष्टि संरक्षण की दिशा में प्रेरणादायक कदम मानी जा रही है।
न्यूज़ देखो : रोशनी की ओर बढ़ते कदम, ऐसे शिविरों से बदलती हैं ज़िंदगियाँ
न्यूज़ देखो इस प्रकार की सेवाभावी पहलों को सदैव प्रोत्साहित करता है। जब अस्पताल, प्रशासन और समाज मिलकर कदम बढ़ाते हैं तो न सिर्फ बीमारियों से लड़ाई आसान होती है, बल्कि समाज और भी उज्ज्वल बनता है। अपनी आंखों का ध्यान रखें, और ऐसे जनकल्याणकारी शिविरों की जानकारी दूसरों तक भी पहुँचाएँ।