राजा मेदनीराय तीरंदाज एकेडमी की बैठक संपन्न: पारंपरिक कौशल को फिर से जीवित करने की दिशा में बड़ा कदम

#Mediniray_Teerandazi_Academy #Palamu_News #Nilambar_Pitambar_Heritage – शाहपुर किला परिसर से तीरंदाजी और कराटे की शुरुआत, राज्यस्तरीय प्रतियोगिता और स्वर्ण पदक विजेताओं को किया जाएगा आमंत्रित

नीलाम्बर-पीताम्बर की विरासत से प्रेरित, पारंपरिक कला के संरक्षण का प्रयास

मेदिनीनगर/पलामू। प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के वीर नायक नीलाम्बर-पीताम्बरराजा मेदनीराय की ऐतिहासिक विरासत को सहेजने और पारंपरिक तीरंदाजी व आत्मरक्षा कला को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को राजा मेदनीराय तीरंदाज एकेडमी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता दाऊद केरकेट्टा ने की।

बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए, जिसमें एकेडमी की संचालन समिति का गठन प्रमुख रहा।

एकेडमी संचालन समिति का गठन

नवगठित कमिटी के सदस्य इस प्रकार हैं:

इसके अलावा 21 सदस्यीय कार्यकारिणी समिति में बलराम उरांव, राम रतन मेहता, बिलंगना किंडो, बसंत हेम्ब्रम, वृज नन्दन सिंह, प्रदीप सिन्हा सहित कई अन्य स्थानीय युवाओं को शामिल किया गया।

प्रशिक्षण की शुरुआत शाहपुर किला परिसर से

बैठक में निर्णय लिया गया कि तीरंदाजी और कराटे का प्रशिक्षण गढ़ा शाहपुर किला परिसर में संचालित किया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए इच्छुक छात्र-छात्राओं से मासिक ₹100 शुल्क लिया जाएगा। इससे न सिर्फ प्रतिभा को निखार मिलेगा, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का मौका भी मिलेगा।

राज्य स्तरीय प्रतियोगिता से होगा उद्घाटन

एकेडमी के उद्घाटन समारोह के दौरान तीन दिवसीय राज्य स्तरीय तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इस भव्य समारोह में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेताओं, राज्यपाल, वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर, अन्य मंत्रीगण, स्थानीय सांसद-विधायक और बॉलीवुड स्टारों की उपस्थिति की उम्मीद है।

इस आयोजन को सफल बनाने के लिए पलामू के खेल प्रेमी, सामाजिक, राजनीतिक व प्रशासनिक पदाधिकारियों की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।

एजुकेशनल ट्रस्ट और संघर्ष मोर्चा की निगरानी में संचालन

राजा मेदनीराय एजुकेशनल ट्रस्ट के तत्वावधान में यह एकेडमी चलाई जाएगी, जबकि झारखंड आन्दोलनकारी संघर्ष मोर्चा कार्यक्रम की देखरेख करेगा।

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