
#डुमरी #रक्षाबंधन : सरस्वती शिशु मंदिर की छात्राओं ने पुलिसकर्मियों को राखी बाँधकर दिया सुरक्षा का विश्वास
- सरस्वती शिशु मंदिर की छात्राओं ने डुमरी थाना में पुलिसकर्मियों को राखी बाँधी।
- थाना प्रभारी अनुज कुमार ने इसे विश्वास और सम्मान का प्रतीक बताया।
- तिलक, राखी, मिठाई के साथ रक्षाबंधन का उल्लास मनाया गया।
- आयोजन का उद्देश्य पुलिस-जन सहयोग और सौहार्द बढ़ाना था।
- बच्चियों की मुस्कान और पुलिसकर्मियों की प्रसन्नता ने माहौल को भावनात्मक बनाया।
रक्षाबंधन के पर्व से एक दिन पहले डुमरी थाना परिसर में सरस्वती शिशु मंदिर की छात्राओं द्वारा पुलिसकर्मियों को राखी बाँधने का कार्यक्रम हुआ। यह आयोजन न केवल भाई-बहन के रिश्ते की परंपरा का प्रतीक बना, बल्कि समाज और पुलिस के बीच आपसी विश्वास और सहयोग को भी मजबूत करने का संदेश देता है।
राखी में झलकता सम्मान और अपनापन
डुमरी थाना परिसर में बुधवार को एक हर्षोल्लास और भावनात्मक दृश्य देखने को मिला, जब सरस्वती शिशु मंदिर डुमरी की छात्राएं राखियों से सजी थालियां लेकर पहुंचीं। उन्होंने वहां पदस्थापित सभी छोटे-बड़े पुलिस अधिकारियों और जवानों को तिलक लगाकर राखी बाँधी और मिठाई खिलाकर रक्षाबंधन की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर पुलिसकर्मियों ने भी बहनों को आशीर्वाद देते हुए रक्षा का वचन दिया।
पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ाने वाला अवसर
थाना प्रभारी अनुज कुमार ने कहा: “पुलिस समाज की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहती है। जब समाज के लोग, विशेष रूप से बच्चे और बहनें इस प्रकार से अपनापन दिखाते हैं, तो हमारा मनोबल और भी बढ़ जाता है। यह राखी सिर्फ धागा नहीं, बल्कि विश्वास, सम्मान और सुरक्षा का प्रतीक है।”
परंपरा और संस्कृति से जोड़ने का प्रयास
विद्यालय की शिक्षिकाओं ने बताया कि यह आयोजन छात्राओं को भारतीय संस्कृति और परंपरा से जोड़ने का एक प्रयास है। रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के रिश्ते तक सीमित नहीं, बल्कि यह समाज में सौहार्द, भाईचारे और दायित्व की भावना को बढ़ाने वाला पर्व है।
भावनाओं से भरा थाना परिसर
पूरे थाना परिसर का माहौल आज काफी भावनात्मक और उत्सवी रहा। बच्चियों की मासूम मुस्कान और पुलिसकर्मियों के चेहरे पर खिली प्रसन्नता इस बात का प्रमाण थी कि यह आयोजन दोनों पक्षों के लिए बेहद खास था।

न्यूज़ देखो: पुलिस-जन के रिश्ते में मिठास की डोर
डुमरी थाना परिसर में रक्षाबंधन के मौके पर हुआ यह आयोजन पुलिस और समाज के बीच भरोसे की डोर को और भी मजबूत करने वाला साबित हुआ। ऐसे कार्यक्रम न केवल परंपरा को जीवित रखते हैं, बल्कि एक-दूसरे के प्रति सम्मान और दायित्व की भावना को भी सशक्त करते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
भाईचारे और सहयोग से बनता है सुरक्षित समाज
रक्षाबंधन का संदेश हमें बताता है कि सुरक्षा, सम्मान और विश्वास मिलकर ही समाज को मजबूत बनाते हैं। अब समय है कि हम सब इस भाईचारे की डोर को थामकर रखें, पुलिस और समाज के रिश्ते को और मजबूत बनाएं। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों व परिवार के साथ शेयर करें ताकि यह सकारात्मक संदेश और दूर तक पहुंचे।