
#Delhi #HealthUpdate : शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को ब्रेन स्ट्रोक, साथी मंत्री ने दी हौसला-अफजाई
- शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती।
- ब्रेन स्ट्रोक के बाद हालत गंभीर, लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर उपचार जारी।
- स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने मुलाकात कर परिवार को ढांढस बंधाया।
- कुणाल सारंगी भी पहुंचे, डॉक्टरों से ली विस्तृत जानकारी।
- डॉक्टरों ने बताया– हालत गंभीर किंतु स्थिर, लगातार निगरानी जारी।
दिल्ली: झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन इस समय दिल्ली के अपोलो अस्पताल में जीवन की जंग लड़ रहे हैं। हाल ही में आए ब्रेन स्ट्रोक के बाद उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। उन्हें तुरंत अस्पताल लाकर लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।
कैसे बिगड़ी तबीयत?
बाथरूम में अचानक गिरने से सोरेन को सिर में गंभीर चोट लगी। जांच में पता चला कि ब्रेन में ब्लड क्लॉट बन गया है, जिसके कारण उनकी स्थिति गंभीर हो गई। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगातार इलाज में जुटी हुई है।
डॉ. इरफान अंसारी ने संभाली जिम्मेदारी
आज दिल्ली के अपोलो अस्पताल में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी पहुंचे और रामदास सोरेन से जुड़े स्वास्थ्य अपडेट लिए। उन्होंने न केवल डॉक्टरों की टीम से विस्तृत जानकारी ली, बल्कि परिवारजनों से मुलाकात कर उन्हें भरोसा दिलाया।
डॉ. इरफान अंसारी ने कहा: “रामदास सोरेन जी हमारे सहयोगी ही नहीं, झारखंड के एक समर्पित जनसेवक हैं। उनके शीघ्र स्वस्थ होने की हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। पूरा झारखंड उनके साथ है।”
इस दौरान कुणाल सारंगी भी अस्पताल में मौजूद रहे। दोनों नेताओं ने परिजनों को हौसला देते हुए भरोसा दिलाया कि सरकार पूरी तरह उनके साथ खड़ी है।
डॉक्टरों की रिपोर्ट
डॉक्टरों ने बताया कि स्थिति गंभीर किंतु स्थिर है। रामदास सोरेन को उच्चतम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं।

न्यूज़ देखो: संकट की घड़ी में साथीपन की मिसाल
रामदास सोरेन की गंभीर स्थिति ने यह दिखाया कि राजनीति से ऊपर उठकर इंसानियत सबसे बड़ी है। इस मुश्किल घड़ी में स्वास्थ्य मंत्री और अन्य साथी नेताओं का समर्थन, एकजुटता और संवेदनशीलता राजनीतिक संस्कार का सकारात्मक चेहरा है।
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आइए मिलकर करें प्रार्थना
हम सभी ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि रामदास सोरेन जी शीघ्र स्वस्थ हों और पुनः जनसेवा में सक्रिय हों। अपने विचार कमेंट में लिखें, खबर को साझा करें और प्रार्थना का संदेश फैलाएं।