- रामगढ़ थाना क्षेत्र में ठेकेदार को बंधक बनाकर 50 लाख की फिरौती मांगी गई।
- पुलिस ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई कर बंधक को छुड़ाया।
- मौके से दो आरोपी, पिस्टल, जिंदा कारतूस और गाड़ी जब्त।
- आरोपियों ने ठेकेदार को प्रलोभन देकर रामगढ़ बुलाया था।
घटना का विवरण
रामगढ़ थाना क्षेत्र के सिद्धू-कान्हू जिला मैदान के पीछे एक घर से पुलिस ने शनिवार को पूर्णिया के ठेकेदार धनंजय कुमार को बंधनमुक्त किया। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि ठेकेदार को बंधक बनाकर फिरौती मांगी जा रही है।
रामगढ़ एसपी अजय कुमार के निर्देश पर पुलिस ने टेक्निकल टीम की मदद से घटनास्थल पर छापा मारा। पुलिस ने पाया कि ठेकेदार के हाथ-पैर बंधे हुए थे और मुंह पर टेप लपेटा गया था। दो युवक हथियार लेकर मौके पर मौजूद थे।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने दोनों आरोपियों को पिस्टल और गाड़ी के साथ गिरफ्तार कर रामगढ़ थाना ले आई। प्राथमिक जांच में यह सामने आया कि आरोपी अमित, निवासी पटना, 8 महीने से किराए के मकान में रह रहा था। उसका साथी रवीश मुंडा, निवासी रामगढ़, घटना में शामिल था।
आरोपियों का बयान
आरोपी अमित ने बताया कि उसने ठेकेदार को अपहरण नहीं किया बल्कि 2017 में उधार लिए गए दो लाख रुपये की वापसी के लिए धनंजय को रामगढ़ बुलाया था। उसने दावा किया कि पिस्टल और गाड़ी रवीश मुंडा की है।
पीड़ित का बयान
पीड़ित धनंजय ने बताया कि आरोपियों ने उसे ठेकेदारी में शामिल करने के बहाने रामगढ़ बुलाया और फिर बंधक बनाकर 50 लाख रुपये की मांग की। उन्होंने जमीन और संपत्ति अपने नाम करने का दबाव डाला, अन्यथा गोली मारने की धमकी दी।
पुलिस का बयान
रामगढ़ थाना के सब-इंस्पेक्टर जॉनी कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। घटनास्थल से बंधक को मुक्त कराया गया और आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
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