
#रामगढ़ #गैंगवार : गुप्त सूचना पर पुलिस ने कोठार स्थित होटल से गिरोह के तीन सदस्यों को हथियार और कारतूस के साथ पकड़ा
- रामगढ़ पुलिस को गुप्त सूचना पर मिली बड़ी सफलता।
- राहुल दुबे गिरोह के तीन सक्रिय अपराधी गिरफ्तार।
- दो पिस्टल और सात जिंदा कारतूस बरामद।
- अपराधियों ने भुरकुंडा फायरिंग घटनाओं में संलिप्तता स्वीकारी।
- गैंग नई वारदात की साजिश रच रहा था।
रामगढ़ पुलिस ने गुरुवार देर रात बड़ी कार्रवाई करते हुए कोठार स्थित एक होटल से कुख्यात राहुल दुबे गिरोह के तीन सक्रिय अपराधियों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया। इनके पास से दो पिस्टल, सात जिंदा कारतूस और मोबाइल बरामद किए गए। गिरफ्तार अपराधियों ने पिछले माह भुरकुंडा क्षेत्र में हुई दो फायरिंग घटनाओं में अपनी संलिप्तता कबूल की है। पुलिस की इस कार्रवाई से जिले में किसी बड़ी आपराधिक वारदात को टाल दिया गया।
गुप्त सूचना पर हुई बड़ी कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक अजय कुमार को 24 सितंबर को सूचना मिली थी कि कोठार के एक होटल में राहुल दुबे गैंग के सक्रिय सदस्य किसी बड़ी वारदात की योजना बना रहे हैं। उन्होंने तुरंत एएसपी-सह-एसडीपीओ पतरातु गौरव गोस्वामी के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) गठित कर छापेमारी का आदेश दिया। जब पुलिस टीम होटल के पास पहुंची तो तीन संदिग्ध भागने लगे, जिन्हें घेराबंदी कर दबोच लिया गया।
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान
गिरफ्तार अपराधियों की पहचान इस प्रकार हुई:
- तुषार मिश्रा उर्फ शोम्या मिश्रा, पिता स्वर्गीय राजकुमार मिश्रा, ग्राम मिश्रा टोला, मरार, रांची रोड, थाना+जिला रामगढ़।
- मंगलेश कुमार उर्फ मंगलेश, पिता सुनील सिंह, निवासी बरवअड्डा बड़ा जमुआ, थाना बरवअड्डा, जिला धनबाद।
- मुकेश कुमार उर्फ मुक्कु, पिता अमीरका साव, ग्राम महुँगाई कला, थाना बड़कागांव, जिला हजारीबाग।
बरामद हथियार और सामान
अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने मौके से एक 7.65 एमएम पिस्टल, एक देशी पिस्टल, सात जिंदा कारतूस, एक पिस्टल का मैगजीन, दो एंड्रॉयड मोबाइल और एक की-पैड मोबाइल बरामद किया। सभी बरामदगी को विधिवत जब्त किया गया और अपराधियों को हिरासत में ले लिया गया।

पुराने मामलों से भी जुड़े अपराधी
पूछताछ में तीनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने 18 अगस्त 2025 को भुरकुंडा स्थित R.A Mining साइट और 29 अगस्त 2025 को CCL रेलवे साइडिंग पर हुई फायरिंग की घटनाओं को अंजाम दिया था। दोनों घटनाओं का उद्देश्य रंगदारी वसूली और दहशत फैलाना था। यह सब राहुल दुबे के निर्देश पर किया गया था।
तुषार मिश्रा का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार तुषार मिश्रा पहले से कई मामलों में आरोपी रह चुका है।
- 2019 में मांडर थाना, रांची में कांड संख्या 126/2019 धारा 454/380 भादवि।
- 2022 में रामगढ़ थाना कांड संख्या 201/2022 धारा 392 भादवि।
- 2024 में रामगढ़ थाना कांड संख्या 321/2024 धारा 303 (2)/317 (5)/3 (5) बीएनएस।
इससे साफ है कि वह लंबे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय है और कई बार जेल जा चुका है।
पुलिस टीम की भूमिका
छापेमारी दल में एएसपी गौरव गोस्वामी, पतरातु थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार, पतरातु अंचल प्रभारी शिवलाल कुमार गुप्ता, भुरकुंडा ओपी प्रभारी निर्भय कुमार गुप्ता, भदानीनगर ओपी प्रभारी मो. अख्तर अली, और बरकाकाना ओपी प्रभारी उमा शंकर वर्मा शामिल थे।
एएसपी गौरव गोस्वामी ने कहा: “रामगढ़ पुलिस संगठित अपराधियों के खिलाफ पूरी सख्ती से कार्रवाई कर रही है। अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
आगे की कार्रवाई
गिरफ्तार तीनों अपराधियों पर पतरातु थाना कांड संख्या 233/2025 दर्ज किया गया है, जिसमें बीएनएस की धारा 111 (2), 111 (4), 61 (2)(a) और आर्म्स एक्ट की धाराएं 25 (1-b)(a), 26, 25(6), 27/35 शामिल की गई हैं। तीनों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है।
न्यूज़ देखो: अपराध के खिलाफ कड़ा संदेश
रामगढ़ पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों के लिए कड़ा संदेश है कि कानून से बचना आसान नहीं। गैंगवार और संगठित अपराध पर नकेल कसने की यह पहल जनता में विश्वास बढ़ाने का काम करेगी। अब प्रशासन को चाहिए कि गिरोह की जड़ों तक पहुंचकर उसे पूरी तरह खत्म करे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अपराधमुक्त रामगढ़ की ओर
यह घटना दिखाती है कि जब पुलिस और जनता साथ खड़ी होती है तो अपराधियों की साजिशें नाकाम हो जाती हैं। अब समय है कि हम सभी संगठित अपराध के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें। हर छोटी-बड़ी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को दें और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने में सहयोग करें।
सुरक्षित समाज तभी बन सकता है जब हम सब मिलकर जिम्मेदारी निभाएं। अपनी राय कॉमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और अपराधमुक्त रामगढ़ के लिए एकजुट हों।