#रामगढ़ #गैंगवार — ‘आज़ाद सरकार’ नामक गिरोह ने ली जिम्मेदारी, कोयला धंधे की हिस्सेदारी बना खूनी खेल का कारण
- थाने से महज 60 मीटर दूर फायरिंग, सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल
- कोयला में चारकोल मिलावट के अवैध धंधे को लेकर गैंगवार की आशंका
- ‘आज़ाद सरकार’ ने सोशल मीडिया पोस्ट में ली हमले की जिम्मेदारी
- मजदूरों में भारी दहशत, ठेकेदार व साइडिंग प्रबंधन मौन
- पुलिस जांच में जुटी, साइबर सेल से प्रेस रिलीज की सत्यता की पुष्टि की जा रही
थाने के पास फायरिंग, रामगढ़ में अपराधियों का दुस्साहस
रामगढ़ जिले के भुरकुंडा रेलवे साइडिंग पर रविवार को हुई दिनदहाड़े पांच राउंड फायरिंग की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। यह घटना थाने से महज 60 मीटर की दूरी पर हुई, जिससे पुलिस की तत्परता और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे हैं।
कोयला धंधे में हिस्सेदारी का विवाद बना फायरिंग का कारण
सूत्रों के अनुसार, भुरकुंडा साइडिंग से प्रतिदिन बड़ी मात्रा में कोयला की आपूर्ति पॉवर प्लांटों तक होती है। इस प्रक्रिया में चारकोल की मिलावट कर मोटा मुनाफा कमाया जाता है, जिसे लेकर स्थानीय व बाहरी गिरोहों में टकराव लंबे समय से चल रहा था। रविवार की फायरिंग इसी हिस्सेदारी विवाद का नतीजा मानी जा रही है।
‘आज़ाद सरकार’ की वायरल प्रेस विज्ञप्ति से मचा हड़कंप
घटना के कुछ ही घंटे बाद, सोशल मीडिया और वाट्सएप ग्रुपों में ‘आज़ाद सरकार’ नामक शख्स की ओर से एक कथित प्रेस रिलीज़ वायरल हुई, जिसमें ‘अमन साहू गैंग’ से संबंध बताते हुए हमले की खुली जिम्मेदारी ली गई है।
“आज जो कुछ भी भुरकुंडा रेलवे साइडिंग पर हुआ, उसकी पूरी जिम्मेदारी मैं लेता हूं… यह तो सिर्फ ट्रेलर था… मालिक अपने मजदूरों को कह दें कि वे हमारी अनुमति के बिना काम पर ना जाएं, वरना वे घर नहीं लौटेंगे।”
वायरल बयान में बबलू यादव उर्फ जय भगवान यादव और नेपाल यादव को मुख्य जिम्मेदार बताते हुए चारकोल मिलावट और मजदूरों की सुरक्षा की अनदेखी का आरोप लगाया गया है।
‘न्यूज़ देखो’ की अपील: अफवाह से सतर्क रहें
‘न्यूज़ देखो’ इस वायरल प्रेस रिलीज़ की पुष्टि नहीं करता। इसकी प्रामाणिकता की जांच अब तक प्रशासन द्वारा नहीं की गई है। पाठकों से आग्रह है कि ऐसी संवेदनशील सूचनाएं सत्यापन के बाद ही साझा करें और अफवाहों से बचें।
प्रशासन सतर्क, जांच तेज़
घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं। CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं, और साइबर सेल वायरल संदेशों की डिजिटल फोरेंसिक जांच में लगी है।
रामगढ़ पुलिस अधीक्षक ने बताया:
“यह गंभीर आपराधिक घटना है। जांच में हर एंगल से पड़ताल की जा रही है। किसी भी दोषी को छोड़ा नहीं जाएगा।”
मजदूरों में डर, काम ठप
इस फायरिंग के बाद से रेलवे साइडिंग पर काम बंद पड़ा है। मजदूरों ने स्पष्ट कहा कि जान जोखिम में डालकर वे अब काम नहीं कर सकते। ठेकेदारों और मालिकों ने घटना पर चुप्पी साध रखी है, जिससे स्थिति और असहज हो गई है।

न्यूज़ देखो: कानून का राज हो, अपराध का नहीं
भुरकुंडा फायरिंग जैसी घटनाएं इस बात का संकेत हैं कि संगठित अपराध राज्य में फिर से सिर उठा रहा है।
अब वक्त है कि प्रशासन कोयला उद्योग में सक्रिय अपराध सिंडिकेट्स पर नकेल कसे, और मजदूरों की जान व अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करे।
न्यूज़ देखो जनता और प्रशासन के बीच विश्वास का पुल बना रहेगा — हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
संगठित अपराध पर हो कार्रवाई, ताकि व्यवस्था में लौटे भरोसा
यदि प्रशासन ने समय रहते प्रभावी कार्रवाई नहीं की, तो यह सिलसिला और घातक हो सकता है।
सिर्फ जांच नहीं, न्याय और निष्पक्षता के साथ दोषियों की गिरफ्तारी और अवैध कारोबार पर रोक जरूरी है।