- रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली सालगिरह इस बार 22 जनवरी को नहीं, बल्कि 11 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 11 जनवरी को इस ऐतिहासिक समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
- समारोह की शुरुआत रामलला के अभिषेक से होगी, जिसमें उन्हें विशेष रूप से पीतांबरी पहनाई जाएगी, जिसे दिल्ली से तैयार करके लाया गया है।
- यह आयोजन विशेष धार्मिक महत्व रखता है, जिसमें पूजा-अर्चना, भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
- रामलला के प्रति आस्था और श्रद्धा को दर्शाने के लिए भक्तों की भारी संख्या अयोध्या पहुंचेगी।
समारोह की तारीख में बदलाव का कारण:
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली सालगिरह को लेकर तारीख में बदलाव हिंदू पंचांग के अनुसार हुआ है। पिछली बार यह तिथि 22 जनवरी को पड़ी थी, लेकिन इस साल यह 11 जनवरी को पड़ रही है। इसे प्रतिष्ठा द्वादशी भी कहा जाता है, जो भगवान श्रीराम के प्रति विशेष श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है।
समारोह का आयोजन:
11 जनवरी से शुरू होने वाले इस भव्य आयोजन की तैयारियां अयोध्या में जोरों पर हैं। पूरे शहर को महाकुंभ के रंगों में रंग दिया गया है, और रामलला के मंदिर में इस दिन विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस दिन भगवान राम का अभिषेक करेंगे और उन्हें पीतांबरी पहनाएंगे, जो दिल्ली से सोने और चांदी के धागों से बनी है।
समारोह की विशेषताएं:
- समारोह की शुरुआत 11 जनवरी को सुबह 10 बजे रामलला के अभिषेक से होगी। इस अवसर पर पंचामृत, सरयू जल से पूजन और अभिषेक किया जाएगा।
- 12:20 बजे रामलला की महाआरती का आयोजन किया जाएगा, जिसमें लगभग 110 वीआईपी उपस्थित होंगे।
- अंगद टीला स्थल पर विशेष व्यवस्था की गई है, जहां 5000 लोगों की मेज़बानी की क्षमता वाला जर्मन हैंगर टेंट लगाया गया है।
- आम भक्तों को भी इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा। मंडप और यज्ञशाला में प्रतिदिन शास्त्रीय सांस्कृतिक प्रदर्शन, अनुष्ठान और राम कथा प्रवचन आयोजित किए जाएंगे।
क्यों है यह दिन खास?
11 जनवरी का दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली सालगिरह के रूप में एक धार्मिक महत्व रखता है। इसे हिंदू धर्म में प्रतिष्ठा द्वादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान राम के प्रति भक्ति और श्रद्धा का विशेष रूप से प्रदर्शन किया जाता है। अयोध्या में इस दिन भव्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जो भक्तों के लिए एक अद्वितीय अनुभव होगा।
समारोह में होने वाली प्रमुख गतिविधियाँ:
11, 12 और 13 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के आयोजन में कई महत्वपूर्ण गतिविधियाँ होंगी। इन तीन दिनों में मंदिर में विशेष पूजा और भजन-कीर्तन होंगे। इसके अलावा, धार्मिक अनुष्ठान, यज्ञ और राम कथा प्रवचन भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे भक्तों को आध्यात्मिक संतुष्टि मिलेगी।
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