रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ 11 जनवरी को मनाई जाएगी, जानिए पूरी जानकारी

समारोह की तारीख में बदलाव का कारण:

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली सालगिरह को लेकर तारीख में बदलाव हिंदू पंचांग के अनुसार हुआ है। पिछली बार यह तिथि 22 जनवरी को पड़ी थी, लेकिन इस साल यह 11 जनवरी को पड़ रही है। इसे प्रतिष्ठा द्वादशी भी कहा जाता है, जो भगवान श्रीराम के प्रति विशेष श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है।

समारोह का आयोजन:

11 जनवरी से शुरू होने वाले इस भव्य आयोजन की तैयारियां अयोध्या में जोरों पर हैं। पूरे शहर को महाकुंभ के रंगों में रंग दिया गया है, और रामलला के मंदिर में इस दिन विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस दिन भगवान राम का अभिषेक करेंगे और उन्हें पीतांबरी पहनाएंगे, जो दिल्ली से सोने और चांदी के धागों से बनी है।

समारोह की विशेषताएं:

क्यों है यह दिन खास?

11 जनवरी का दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली सालगिरह के रूप में एक धार्मिक महत्व रखता है। इसे हिंदू धर्म में प्रतिष्ठा द्वादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान राम के प्रति भक्ति और श्रद्धा का विशेष रूप से प्रदर्शन किया जाता है। अयोध्या में इस दिन भव्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जो भक्तों के लिए एक अद्वितीय अनुभव होगा।

समारोह में होने वाली प्रमुख गतिविधियाँ:

11, 12 और 13 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के आयोजन में कई महत्वपूर्ण गतिविधियाँ होंगी। इन तीन दिनों में मंदिर में विशेष पूजा और भजन-कीर्तन होंगे। इसके अलावा, धार्मिक अनुष्ठान, यज्ञ और राम कथा प्रवचन भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे भक्तों को आध्यात्मिक संतुष्टि मिलेगी।

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