रांची: 13 वर्षीय अरुण की करंट लगने से दर्दनाक मौत, खेत में बंधे बिजली तार ने ली जान

#चान्हो #बिजली_हादसा – पिपराटोली गांव में पेड़ पर चढ़ते समय करंट लगने से बालक की मौत, सिंचाई के लिए लगाए गए तार से हुआ हादसा

खेत के सिंचाई तार ने ली एक मासूम की जान

रांची जिले के चान्हो थाना क्षेत्र अंतर्गत पिपराटोली गांव में रविवार को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया। 13 वर्षीय अरुण उरांव, जो कि गांव के सरकारी स्कूल में छठी कक्षा का छात्र था, करंट लगने से मौके पर ही दम तोड़ बैठा। यह हादसा तब हुआ जब वह अपने दोस्तों के साथ नदी किनारे बकरी चराने गया था।

खेलते-खेलते चढ़ा पेड़ पर, लटक रहे बिजली तार से हुआ हादसा

मिली जानकारी के अनुसार, खेलते-खेलते अरुण एक पेड़ पर चढ़ गया, लेकिन पेड़ की एक डाली से बिजली का तार लटक रहा था, जिसे गांव के ही एक किसान ने अपने खेत में सिंचाई (पटवन) के लिए अस्थायी रूप से पेड़ से बांध दिया था। जैसे ही अरुण डाली के पास पहुंचा, वह करंट की चपेट में आ गया और वहीं अचेत होकर गिर पड़ा।

मौके पर मची अफरा-तफरी

घटना के बाद उसके दोस्तों ने शोर मचाया, जिससे ग्रामीण मौके पर दौड़े और बच्चे को नीचे उतारकर तत्काल चान्हो मिशन स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन वहां डॉक्टरों ने अरुण को मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद से पूरे गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है।

जिम्मेदारी तय करने की मांग

ग्रामीणों का कहना है कि खुले बिजली तारों और लापरवाही पूर्ण अस्थायी विद्युत कनेक्शनों की वजह से यह हादसा हुआ, जिसकी जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए। लोग बिजली विभाग और प्रशासन से जवाबदेही की मांग कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं।

न्यूज़ देखो : मासूम की मौत, प्रशासन कब जागेगा?

न्यूज़ देखो यह सवाल करता है कि आखिर कब तक लापरवाही की कीमत मासूमों की जान बनती रहेगी? ऐसे हादसे रोके जा सकते हैं, बशर्ते बिजली व्यवस्था पर सख्त निगरानी हो। ग्रामीणों की चिंता और सुरक्षा की अनदेखी अब और नहीं होनी चाहिए — हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

बचाव, सुरक्षा और जवाबदेही — यही मांग है पिपराटोली के उस गांव की, जिसने एक होनहार बालक को हमेशा के लिए खो दिया।

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