- स्वच्छता कॉरपोरेशन द्वारा डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन नहीं होने से शहर में गंदगी बढ़ी।
- नगर निगम ने जारी किए शिकायत नंबर, लोग दर्ज करा सकते हैं शिकायत।
- 2014 से अब तक तीन एजेंसियां सफाई व्यवस्था में हो चुकी हैं फेल।
- गीला-सूखा कचरा अलग करने को लेकर जागरूकता अभियान शुरू।
सफाई एजेंसी की लापरवाही से बढ़ी परेशानी
रांची नगर निगम ने शहर की सफाई का जिम्मा स्वच्छता कॉरपोरेशन को सौंप दिया है, लेकिन यह एजेंसी डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन में नाकाम साबित हो रही है। लोगों को घर का कचरा सड़क पर फेंकने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जिससे शहर की छवि भी धूमिल हो रही है।
अब नगर निगम ने नागरिकों से अपील की है कि अगर कचरा उठाव नहीं हो रहा है, तो वे 1800 570 1235 और 9204822445 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जब एजेंसी अपना काम सही से नहीं कर रही, तो नगर निगम उस पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा?
2014 से तीन एजेंसियां हो चुकी हैं फेल
रांची नगर निगम लगातार सफाई व्यवस्था को सुधारने का प्रयास कर रहा है, लेकिन अब तक उसे सफलता नहीं मिली है।
- 2014 में एटूजेड कंपनी को सफाई का जिम्मा सौंपा गया था, लेकिन यह कंपनी डेढ़ साल में ही काम छोड़कर चली गई।
- 2016-17 में एस्सेल इंफ्रा को जिम्मेदारी दी गई, लेकिन कर्मचारियों को वेतन न देने के कारण इसे भी हटा दिया गया।
- 2022 में सीडीसी कंपनी को भी कार्य से हटा दिया गया।
अब नगर निगम ने स्वच्छता कॉरपोरेशन को टेंडर देकर कचरा प्रबंधन का काम सौंपा, लेकिन यह कंपनी भी अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभा पा रही है। अगर स्थिति नहीं सुधरी तो इस एजेंसी को भी बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
गीला-सूखा कचरा अलग करने को लेकर अभियान
रांची नगर निगम ने शुक्रवार को सोर्स सेग्रिगेशन (गीला-सूखा कचरा अलग करने) को लेकर एक जागरूकता अभियान शुरू किया।
- नगर निगम के उप प्रशासक रविंद्र कुमार ने आईईसी वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
- ये वाहन शहर के 53 वार्डों में जाकर लोगों को जागरूक करेंगे कि वे कूड़ा अलग-अलग रखें।
- उन्होंने बताया कि गीला कूड़ा झिरी स्थित सीबीजी प्लांट में खाद और ऊर्जा बनाने में उपयोग किया जा रहा है।
इसके अलावा, मेसर्स स्वच्छता कॉरपोरेशन द्वारा संचालित डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण सेवा के तहत निगम कार्यालय में कमांड एंड कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया गया।
‘न्यूज़ देखो’ की नज़र
शहर में सफाई एजेंसियों की बार-बार विफलता यह दिखाती है कि रांची नगर निगम सही मॉनिटरिंग नहीं कर पा रहा। अगर यही स्थिति रही तो क्या इस नई एजेंसी को भी जल्द हटा दिया जाएगा? या फिर नगर निगम कोई ठोस कदम उठाएगा?
‘न्यूज़ देखो’ इस मामले पर लगातार नजर बनाए रखेगा। जुड़े रहिए, क्योंकि “हर खबर पर रहेगी हमारी नज़र”!