
#रांची #अपराध_कार्रवाई : सत्यभामा अपार्टमेंट फायरिंग कांड में पुलिस ने दिखाई तत्परता – गिरोह के सात सदस्य हथियार और गाड़ियों के साथ पकड़े गए।
- सत्यभामा अपार्टमेंट फायरिंग केस में सुजीत सिन्हा गिरोह के 7 अपराधी गिरफ्तार।
- पुलिस ने दो देशी पिस्टल, 23 जिंदा गोलियां, चार मोटरसाइकिल और एक कार बरामद की।
- अपराधियों ने रंगदारी नहीं मिलने पर फायरिंग कर दहशत फैलाने की साजिश कबूली।
- सभी आरोपी कोयलांचल शांति सेना (K.S.S) से भी जुड़े पाए गए।
- रिंग रोड पर स्वर्णरेखा पुल के पास रात में घेराबंदी कर पकड़े गए अपराधी।
रांची में अपराधियों के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार तेज़ हो गया है। 4 अक्टूबर 2025 की रात डोरंडा थाना क्षेत्र के सत्यभामा अपार्टमेंट के बाहर चार-पाँच अज्ञात अपराधियों ने हवाई फायरिंग की थी। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई थी। इस कांड में शामिल अपराधियों की धरपकड़ के लिए विशेष अभियान चलाया गया, जिसका परिणाम 17 अक्टूबर की रात एक बड़ी सफलता के रूप में सामने आया।
रातभर चली घेराबंदी, चार अपराधी हथियार के साथ दबोचे गए
17 अक्टूबर 2025 की रात करीब 12:30 बजे, वरीय पुलिस अधीक्षक रांची को सूचना मिली कि सत्यभामा अपार्टमेंट फायरिंग में शामिल अपराधी अनगड़ा की ओर से बीआईटी मेसरा ओपी अंतर्गत नेवरी गोलचक्कर की दिशा में किसी नई वारदात को अंजाम देने जा रहे हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन में पुलिस उपाधीक्षक सदर के नेतृत्व में विशेष छापामारी दल गठित किया गया।
पुलिस ने रिंग रोड स्थित स्वर्णरेखा नदी पुल के पास नाकाबंदी की। वाहन चेकिंग के दौरान दो स्पोर्ट्स बाइकों पर सवार चार संदिग्ध युवकों को रोककर तलाशी ली गई। जांच में उनके पास से दो लोडेड देशी पिस्टल और कई गोलियां बरामद हुईं।
अपराधियों ने की चौंकाने वाली स्वीकारोक्ति
पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार चारों युवकों ने खुद को सुजीत सिन्हा गिरोह और कोयलांचल शांति सेना (K.S.S) का सक्रिय सदस्य बताया। उन्होंने स्वीकार किया कि वे शहर के कारोबारियों से रंगदारी वसूलने का काम करते थे। रंगदारी नहीं मिलने पर भय और दहशत फैलाने के लिए गोलीबारी करते थे।
एक अधिकारी ने कहा: “गिरफ्तार अपराधियों ने यह स्वीकार किया है कि उन्होंने कई घटनाओं में दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की थी। इनसे पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं।”
इनकी निशानदेही पर पुलिस ने गिरोह के तीन और सदस्यों को गिरफ्तार किया। उनके पास से 9 एमएम की छह गोलियां, दो मोटरसाइकिल, एक कार और आठ मोबाइल फोन बरामद किए गए।
बरामद समानों का विस्तृत विवरण
- देशी पिस्टल – 02 अदद
- 09 एमएम की गोली – 06 अदद
- 7.65 एमएम की गोली – 17 अदद
- मोटरसाइकिल – 04 अदद
- कार – 01 अदद
- मोबाइल – 08 अदद

गिरोह पर पुलिस का शिकंजा और आगे की कार्रवाई
सभी सात अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। अब तक की जांच में यह भी स्पष्ट हुआ है कि गिरोह शहर के कारोबारी प्रतिष्ठानों से रंगदारी मांगकर कई महीनों से सक्रिय था।
पुलिस का मानना है कि यह गिरफ्तारी भविष्य में कई पुराने मामलों के खुलासे में मदद करेगी। इस कार्रवाई ने रांची में आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने की दिशा में पुलिस की प्रतिबद्धता को फिर साबित किया है।

न्यूज़ देखो: रांची पुलिस की सतर्कता से नाकाम हुई अपराध की साजिश
रांची पुलिस ने रात में त्वरित कार्रवाई कर जिस तरह गिरोह के सात सक्रिय सदस्यों को पकड़ा, वह कानून-व्यवस्था पर उसकी पकड़ का उदाहरण है। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि पुलिस प्रशासन अपराधियों को किसी भी सूरत में नहीं बख्शेगा।
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सजग नागरिकता से ही सुरक्षित बनेगा समाज
अपराध के खिलाफ पुलिस की कोशिशें तभी सफल होंगी जब समाज भी जागरूक बने। अब वक्त है कि हम सभी संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी पुलिस को दें और कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने में सहयोग करें।
सुरक्षित रांची, मजबूत झारखंड के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाएं।
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