रांची सदर अस्पताल की दहलीज पर बुजुर्ग की मौत: सरकारी दावों पर सवाल

रांची: झारखंड की स्वास्थ्य और प्रशासनिक व्यवस्था की स्थिति को उजागर करते हुए रांची के सदर अस्पताल में एक अज्ञात बुजुर्ग की मौत का मामला सामने आया है। यह घटना ठंड के मौसम में बेसहारा और बुजुर्गों के लिए सरकारी दावों की पोल खोलती है।

घटना का विवरण:

प्रशासन और स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल:

ठंड के मौसम में कंबल वितरण और अलाव की व्यवस्था के दावों के बावजूद, एक बेसहारा व्यक्ति की इस तरह मौत स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है।

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. विमलेश सिंह ने मृत्यु की पुष्टि के बाद बुजुर्ग को इमरजेंसी में भिजवाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया:

जनता का विरोध और लीपापोती के आरोप:

मामले की संवेदनशीलता:

यह घटना झारखंड के स्वास्थ्य और प्रशासनिक तंत्र के प्रति संवेदनशीलता और ज़िम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े करती है।

अपडेट:

इस मामले पर संज्ञान लेते हुए डॉ. इरफान अंसारी ने रांची के डिप्टी कमिश्नर से जांच की अपील की थी। उन्होंने यह कहा था कि अगर मामले में लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

इस पर रांची के डिप्टी कमिश्नर ने प्रतिक्रिया दी और बताया कि सदर अस्पताल के उपाधीक्षक की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित कर दी गई है। समिति को जल्दी ही अपनी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है। डिप्टी कमिश्नर ने यह भी स्पष्ट किया कि रिपोर्ट प्राप्त होते ही दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

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रांची सदर अस्पताल की दहलीज पर बुजुर्ग की मौत: सरकारी दावों पर सवाल

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