#रांची – हेमंत सरकार पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप, आजसू का बड़ा बयान:
- आजसू पार्टी ने हेमंत सरकार को बताया आदिवासी–मूलवासी विरोधी।
- सरना स्थल के मार्ग को बाधित करने के विरोध में कई दिनों से आंदोलन जारी।
- सरना स्थल पर भारी सुरक्षा बल की तैनाती कर आंदोलन दबाने का आरोप।
- आजसू ने रैम्प विवाद को लेकर रांची बंद को मिला जनसमर्थन याद दिलाया।
- सरना समिति समेत अन्य संगठनों के आंदोलन को आजसू का समर्थन।
रैम्प विवाद को लेकर आजसू का तीखा हमला
सिरमटोली रैम्प विवाद को लेकर आजसू पार्टी ने हेमंत सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता डॉ देवशरण भगत और झारखंड आंदोलनकारी प्रवीण प्रभाकर ने कहा कि आदिवासी समाज लंबे समय से मांग कर रहा है कि फ्लाईओवर के रैम्प से सिरमटोली सरना स्थल का मार्ग बाधित न किया जाए। लेकिन हेमंत सोरेन सरकार ने इस पर कोई समाधान निकालने की कोशिश नहीं की।
आंदोलन दबाने के लिए भारी सुरक्षा बल की तैनाती
आजसू प्रवक्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार ने सरना स्थल की किलेबंदी कर वहां भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं ताकि आंदोलन को कुचला जा सके। आज भी सैकड़ों सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया, जिससे यह साफ होता है कि हेमंत सरकार आदिवासी संस्कृति और सरना स्थल की परंपरा की परवाह नहीं करती।
रैम्प के डिजाइन पर उठाए सवाल
डॉ देवशरण भगत ने कहा कि सरना स्थल के सामने फ्लाईओवर का रैम्प बनाना पूरी तरह अनुचित है। उन्होंने सुझाव दिया कि डोरंडा फ्लाईओवर को कांटाटोली फ्लाईओवर से जोड़ देना चाहिए था ताकि सिरमटोली चौक पर ट्रैफिक जाम की समस्या भी हल हो जाती।
‘न्यूज़ देखो’ की रिपोर्ट
सिरमटोली रैम्प विवाद को लेकर आंदोलन तेज होता जा रहा है, और अब राजनीतिक दल भी इसमें खुलकर सामने आ रहे हैं। आजसू का कहना है कि सरकार को जल्द इस विवाद का हल निकालना चाहिए। ‘न्यूज़ देखो’ आपके लिए इसी तरह की जरूरी और निष्पक्ष खबरें लाता रहेगा। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
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