#गिरिडीह #गुमशुदगी_मामला : गुमशुदगी, धमकी और रिश्ते का संघर्ष—रांची की श्वेता ने पत्नी विनिता की सुरक्षा को लेकर जताई चिंता, थाने में दर्ज हुआ सनहा
- रांची की श्वेता कुमारी ने पत्नी विनिता राय की गुमशुदगी को लेकर गिरिडीह महिला थाना में दर्ज कराया सनहा
- 2017 से साथ में रिश्ते में रहीं दोनों महिलाएं, 2024 में की मंदिर में शादी
- श्वेता के अनुसार, 14 मई को गिरिडीह आने के बाद से नहीं हो पाई विनिता से बात
- 16 मई से गायब हैं विनिता, 24 मई को ऑनलाइन प्राथमिकी दर्ज कराई गई
- 28 मई को आया अज्ञात धमकीभरा कॉल—”विनिता को भूल जाओ, नहीं तो जान से मार देंगे”
शादी के बाद अब पत्नी की तलाश में परेशान श्वेता
गिरिडीह। रांची निवासी श्वेता कुमारी ने अपनी समलैंगिक पत्नी विनिता राय की गुमशुदगी को लेकर गिरिडीह महिला थाना में सनहा दर्ज कराया है। श्वेता का कहना है कि 2017 में दोनों की पहली मुलाकात हुई थी, जो धीरे-धीरे गहरे रिश्ते में बदल गई। हालांकि विनिता पहले से विवाहित थीं, मगर 4 मई 2024 को उनका तलाक हो गया, और इसके बाद 22 अगस्त 2024 को दोनों ने मंदिर में शादी की थी।
आखिरी बार 14 मई को हुई थी बातचीत
श्वेता ने बताया कि 14 मई 2025 को वह अपने मायके गिरिडीह आई थीं, और उसी दिन विनिता से आखिरी बार बात हुई। 16 मई से विनिता लापता हैं, और उनका फोन भी लगातार स्विच ऑफ आ रहा है। श्वेता ने 24 मई को ऑनलाइन प्राथमिकी दर्ज कराई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
अज्ञात कॉल से बढ़ी चिंता
स्थिति और भयावह तब हो गई जब 28 मई को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया, जिसमें कहा गया:
“विनिता को भूल जाओ, नहीं तो जान से मार देंगे।”
इस कॉल के बाद श्वेता की चिंता और अधिक बढ़ गई, और उन्होंने गिरिडीह महिला थाना में जाकर औपचारिक सनहा दर्ज कराया।
श्वेता ने लगाई न्याय की गुहार
श्वेता ने पुलिस से जल्द से जल्द विनिता को खोजने और उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनका रिश्ता सामाजिक स्वीकृति भले ही पूरी तरह न पा सका हो, लेकिन वे कानूनी रूप से पति-पत्नी हैं और उन्हें साथ रहने का पूरा अधिकार है।
न्यूज़ देखो: प्रेम, पहचान और न्याय के सवाल
‘न्यूज़ देखो’ इस संवेदनशील मामले को लेकर सवाल उठाता है कि क्या समलैंगिक रिश्तों को आज भी सुरक्षा और सामाजिक सम्मान मिल पा रहा है? इस मामले में न्याय और संवेदना दोनों की ज़रूरत है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
समाज से नहीं, कानून से है उम्मीद
समलैंगिक रिश्तों को लेकर भारत में कानून भले आगे बढ़ा हो, लेकिन समाज में कई बार इन रिश्तों को आज भी हिचक और हिंसा का सामना करना पड़ता है। अब देखने वाली बात ये होगी कि विनिता की गुमशुदगी की गुत्थी सुलझती है या यह मामला भी व्यवस्था की चुप्पी में गुम हो जाएगा।