
#रांची – झामुमो का केंद्रीय महाधिवेशन 14-15 अप्रैल को, नई रणनीतियों पर होगी चर्चा:
- झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का 13वां केंद्रीय महाधिवेशन 14-15 अप्रैल को खेलगांव, रांची में होगा।
- कोरोना के कारण पिछला अधिवेशन छोटा था, इस बार बड़े स्तर पर आयोजन किया जा रहा है।
- 8-10 राज्यों के झामुमो कार्यकर्ताओं की भागीदारी संभावित।
- कल्पना सोरेन को बड़ी जिम्मेदारी मिलने की चर्चा, केंद्रीय उपाध्यक्ष या महासचिव बनाए जाने की संभावना।
- महिला विंग की कमान भी मिल सकती है, ‘मंईयां सम्मान यात्रा’ के दौरान मिली लोकप्रियता अहम।
- महाधिवेशन में पार्टी की भविष्य की रणनीति पर चर्चा होगी।
झामुमो महाधिवेशन की तैयारियां जोरों पर
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) 14 और 15 अप्रैल को रांची के खेलगांव में अपना 13वां केंद्रीय महाधिवेशन आयोजित करने जा रहा है। पार्टी इस बार बड़े पैमाने पर आयोजन कर रही है, जिसमें झारखंड के अलावा 8-10 राज्यों के कार्यकर्ताओं की भागीदारी संभावित है।
कोरोना महामारी के कारण पिछला महाधिवेशन छोटा रखा गया था, लेकिन इस बार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे।
महाधिवेशन को लेकर बनीं कई कमेटियां
महाधिवेशन को सफल बनाने के लिए पार्टी ने कई कमेटियां गठित की हैं, जिन्हें अलग-अलग कार्य सौंपा गया है। कार्यकर्ताओं के बीच सबसे अधिक चर्चा इस बात की है कि कल्पना सोरेन को क्या बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
कल्पना सोरेन को मिल सकती है अहम भूमिका
झामुमो की रणनीति को लेकर चर्चा जोरों पर है कि कल्पना सोरेन को पार्टी में कोई बड़ा पद दिया जा सकता है।
- कुछ लोगों का मानना है कि उन्हें केंद्रीय उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है, क्योंकि चंपई सोरेन के भाजपा में जाने के बाद यह पद खाली पड़ा है।
- कुछ कार्यकर्ताओं के अनुसार, केंद्रीय महासचिव पद भी उन्हें मिल सकता है, जो पार्टी के लिए बेहद अहम पदों में से एक है।
जब झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय से इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा,
“कल्पना सोरेन की भूमिका को किसी पद से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। दिशोम गुरु शिबू सोरेन और कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपेंगे, वह उसका निर्वहन करेंगी।”
महिला मोर्चा की कमान भी मिल सकती है
झामुमो के महिला विंग के केंद्रीय अध्यक्ष पद को भी लंबे समय से खाली बताया जा रहा है। कई जानकारों का मानना है कि कल्पना सोरेन को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है।
- उन्होंने ‘मंईयां सम्मान यात्रा’ के दौरान महिलाओं के बीच लोकप्रियता हासिल की है।
- पार्टी चाहती है कि महिला वोटबैंक को मजबूत किया जाए, इसलिए कल्पना सोरेन को यह महत्वपूर्ण भूमिका दी जा सकती है।
महाधिवेशन में भविष्य की रणनीति पर होगा मंथन
यह महाधिवेशन झामुमो की राजनीति के भविष्य के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। इसमें पार्टी की नई नीतियों, संगठनात्मक ढांचे और आगामी रणनीतियों पर चर्चा होगी।
सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि कल्पना सोरेन को पार्टी में क्या भूमिका मिलती है और इससे झामुमो की रणनीति में क्या बड़े बदलाव होते हैं।
न्यूज़ देखो – हर राजनीतिक हलचल पर रहेगी हमारी नजर
झारखंड की राजनीति में झामुमो महाधिवेशन कई बड़े बदलाव ला सकता है। न्यूज़ देखो आपको इस आयोजन की हर महत्वपूर्ण अपडेट सबसे पहले देगा। हर ख़बर पर रहेगी हमारी नजर।
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