हाइलाइट्स:
- रानीश्वर, पताबाड़ी-महेषखाला व रघुनाथपुर-बरमसिया सड़क किनारे 18 स्कूल स्थित।
- छोटे बच्चों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त उपाय नहीं।
- सिर्फ दो स्कूलों के सामने स्पीड ब्रेकर, अन्य स्कूलों के पास नहीं।
- स्थानीय शिक्षकों व अभिभावकों ने पुलिस प्रशासन से बैरियर लगाने की मांग की।
तेज रफ्तार वाहनों से स्कूलों के बच्चों को खतरा
रानीश्वर में पताबाड़ी-महेषखाला और रघुनाथपुर-बरमसिया सड़क के किनारे लगभग डेढ़ दर्जन स्कूल हैं, जिनमें रानीबहाल, मुरजोड़ा, सादीपुर, कुमिरदहा, रानीग्राम उर्दू, रानीग्राम, तोकीपुर, रघुनाथपुर, रघुनाथपुर हिंदी, कुचियाडाली, बोराडंगाल, धानभाषा उर्दू, कदमा समेत कई अन्य शामिल हैं।
इन स्कूलों के सामने तेज गति से गुजरने वाले वाहनों के कारण दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है। खासकर छोटे बच्चों की सुरक्षा को लेकर अभिभावक और शिक्षक चिंतित हैं।
सिर्फ दो स्कूलों के पास स्पीड ब्रेकर, बाकी स्कूलों के पास सुरक्षा का अभाव
स्थानीय लोगों का कहना है कि पथ निर्माण विभाग ने सिर्फ रानीबहाल और कुमिरदहा स्कूलों के सामने स्पीड ब्रेकर लगाया है, जबकि बाकी स्कूलों के पास कोई सुरक्षा उपाय नहीं किए गए हैं।
शिक्षकों और अभिभावकों की अपील: बैरियर लगाना जरूरी
एक शिक्षक ने कहा,
“तेज रफ्तार वाहनों के कारण किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना हो सकती है। प्रशासन को स्कूलों के सामने बैरियर लगाने चाहिए, ताकि वाहनों की गति नियंत्रित हो सके।”
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