
#गुमला #सड़कसुरक्षा : उर्मी बायपास पर परिवहन विभाग ने चलाया जागरूकता अभियान, ओवरस्पीडिंग और स्टंट पर सख्त चेतावनी
- गुमला जिले में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए चलाया गया रफ़्तार घटाओ सुरक्षा बढ़ाओ अभियान।
- जिला परिवहन पदाधिकारी (DTO) ज्ञान शंकर जायसवाल के निर्देशन में हुआ आयोजन।
- ओवरस्पीडिंग और स्टंट करने वालों को चेताया गया – कार्रवाई के सख्त प्रावधान बताए गए।
- मोटरयान अधिनियम 2019 के तहत दंड और जुर्माने की जानकारी दी गई।
- ‘गुड सेमिरिटन योजना’ और ‘हिट एंड रन’ प्रकरणों पर लोगों को किया गया जागरूक।
- कार्यक्रम में रोड सेफ्टी हैंडबुक और पंपलेट्स का वितरण किया गया।
गुमला जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए परिवहन विभाग, रांची के निर्देशानुसार रफ़्तार घटाओ सुरक्षा बढ़ाओ अभियान चलाया गया। यह सप्ताहभर चलने वाला जागरूकता अभियान रविवार को उर्मी बायपास रोड पर संपन्न हुआ। जिला परिवहन पदाधिकारी ज्ञान शंकर जायसवाल के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना और ओवरस्पीडिंग की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाना था।
ओवरस्पीडिंग और स्टंट पर सख्त निगरानी
कार्यक्रम का मुख्य फोकस अति गति और स्टंट जैसी खतरनाक हरकतों पर था। अधिकारियों ने साफ कहा कि वाहन चालकों को अपनी गति सीमा का पालन करना चाहिए। नियंत्रित गति से वाहन चलाने पर दुर्घटनाओं की संभावना घटती है और चालक को आपात स्थिति में वाहन नियंत्रित करने का समय मिलता है।
DTO ज्ञान शंकर जायसवाल ने कहा: “ओवरस्पीडिंग और स्टंट से सड़क पर न केवल चालक की, बल्कि दूसरों की जान भी खतरे में पड़ती है। यातायात नियमों का पालन हर नागरिक की जिम्मेदारी है।”
मोटरयान अधिनियम के प्रावधानों की दी जानकारी
अधिकारियों ने नागरिकों को मोटरयान अधिनियम 2019 के तहत मिलने वाली सजा और जुर्माने की जानकारी दी।
धारा 183 के अनुसार, अति गति से वाहन चलाने पर जुर्माना लगाया जा सकता है, जबकि धारा 189 के तहत सड़क पर रेसिंग या स्टंट करने पर ₹5,000 तक का जुर्माना या तीन महीने का कारावास या दोनों का दंड दिया जा सकता है।
कार्यक्रम में उपस्थित युवाओं से यह भी अपील की गई कि वे सोशल मीडिया पर ‘वायरल लाइक्स’ के लिए अपनी जान जोखिम में न डालें। अधिकारियों ने कहा कि “असली शो ऑफ सुरक्षा है, जोखिम नहीं।”
गुड सेमिरिटन और जिम्मेदारी की सीख
अभियान में ‘गुड सेमिरिटन’ यानी नेक व्यक्ति की योजना पर विशेष चर्चा की गई, जिसके तहत किसी भी सड़क हादसे में मदद करने वाले व्यक्ति को कानूनी सुरक्षा और पुरस्कार का प्रावधान है।
साथ ही ‘हिट एंड रन’ मामलों से जुड़े संवेदनशील पहलुओं पर भी जानकारी दी गई।
DTO टीम के सदस्य ने कहा: “यदि कोई व्यक्ति सड़क पर घायल की मदद करता है, तो वह समाज के प्रति सबसे बड़ा योगदान देता है। हर व्यक्ति को दुर्घटना पीड़ितों की मदद करने की आदत डालनी चाहिए।”
नागरिकों में बंटी सड़क सुरक्षा की जानकारी
अभियान के दौरान सड़क सुरक्षा से संबंधित पंपलेट, हैंडबुक और ‘रफ़्तार घटाओ सुरक्षा बढ़ाओ’ संदेश वाली सामग्री नागरिकों के बीच वितरित की गई। कई बाइक सवारों ने इस मौके पर यह शपथ भी ली कि वे हमेशा हेलमेट पहनेंगे और गति सीमा का पालन करेंगे।



न्यूज़ देखो: सुरक्षित झारखंड की ओर एक जिम्मेदार कदम
यह अभियान सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं बल्कि एक सोच है — सुरक्षा पहले, रफ़्तार बाद में। गुमला में यह पहल दिखाती है कि प्रशासन सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर है और जनता की भागीदारी से ही यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। न्यूज़ देखो का मानना है कि यदि हर नागरिक नियमों का पालन करे तो झारखंड को सड़क हादसों से मुक्त राज्य बनाया जा सकता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षा की राह, जिम्मेदारी के साथ
अब समय है कि हम सब सड़क पर अपनी जिम्मेदारी समझें। रफ़्तार घटाना कमजोरी नहीं, समझदारी है। हर यात्री, हर चालक और हर नागरिक को चाहिए कि वह नियमों का पालन करे, ताकि किसी परिवार को अपनों को खोने का दर्द न सहना पड़े।
सुरक्षा की इस मुहिम को साझा करें, अपने दोस्तों को जागरूक करें और “रफ़्तार घटाओ सुरक्षा बढ़ाओ” के संदेश को हर गली-मोहल्ले तक पहुंचाएं।
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