
#गिरिडीह #सड़क_सुरक्षा : परिवहन विभाग के निर्देश पर चला हिट एंड रन और गुड सेमिरिथन योजना जागरूकता अभियान
- जिला परिवहन पदाधिकारी संतोष कुमार और मोटर यान निरीक्षक के नेतृत्त्व में जी.टी. रोड (NH-19) पर अभियान चलाया गया।
 - कार्यक्रम में रफ़्तार घटाओ, सुरक्षा बढ़ाओ, हिट एंड रन और गुड सेमिरिथन योजना पर लोगों को जागरूक किया गया।
 - मोटरयान अधिनियम 2019 की धारा 183 और 189 के तहत उल्लंघन पर दंड और सज़ा की जानकारी दी गई।
 - सड़क सुरक्षा के लिए रोड सेफ्टी हैंडबुक, पम्पलेट और जागरूकता सामग्री का वितरण किया गया।
 - अधिकारियों ने अपील की कि वाहन चालक गति सीमा का पालन करें और सड़क पर जिम्मेदारी से ड्राइव करें।
 
गिरिडीह। जिले में बढ़ते सड़क हादसों को देखते हुए परिवहन विभाग, रांची के निर्देश पर सोमवार को जिला परिवहन पदाधिकारी संतोष कुमार और मोटर यान निरीक्षक के नेतृत्व में जी.टी. रोड (NH-19) पर व्यापक सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य लोगों को ट्रैफिक नियमों और गति सीमा के पालन के महत्व के प्रति सजग करना था।
रफ़्तार घटाओ सुरक्षा बढ़ाओ पर चला विशेष अभियान
अभियान के दौरान अधिकारियों ने वाहन चालकों को बताया कि वाहन को निर्धारित गति सीमा के भीतर चलाना न केवल अपनी सुरक्षा बल्कि दूसरों की जान की रक्षा के लिए भी जरूरी है। नियंत्रित गति में वाहन चलाने से आवश्यकता पड़ने पर वाहन को रोकने और संभालने का पर्याप्त समय मिलता है।
जिला परिवहन पदाधिकारी संतोष कुमार ने कहा: “सड़क सुरक्षा सभी की जिम्मेदारी है। यदि चालक गति सीमा से बाहर वाहन चलाते हैं तो यह न केवल खतरनाक है बल्कि कानून का उल्लंघन भी है।”
मोटरयान अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई का प्रावधान
अधिकारियों ने बताया कि मोटरयान अधिनियम 2019 की धारा 183 के तहत गति सीमा का उल्लंघन करने वालों पर दंड लगाया जाता है। वहीं, धारा 189 के तहत सड़क पर रेसिंग करते पकड़े जाने पर चालक को पहले अपराध के लिए पाँच हज़ार रुपये जुर्माना या तीन महीने की जेल या दोनों सज़ा का प्रावधान है।
सड़क सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करने से न केवल खुद चालक बल्कि अन्य राहगीर और यात्रियों की जान भी खतरे में पड़ सकती है। अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि “सड़क सुरक्षा कोई विकल्प नहीं, आवश्यकता है।”
जागरूकता सामग्री से बढ़ाई जा रही समझ
अभियान के दौरान आम लोगों और वाहन चालकों के बीच रोड सेफ्टी हैंडबुक, रोड सेफ्टी पम्पलेट, और रफ़्तार घटाओ सुरक्षा बढ़ाओ विषय पर आधारित प्रचार सामग्री का वितरण किया गया। साथ ही हिट एंड रन और गुड सेमिरिथन योजना के बारे में भी जानकारी दी गई ताकि लोग सड़क दुर्घटना की स्थिति में घायलों की मदद करने के लिए आगे आएं।
सामाजिक सहयोग से ही घटेंगे हादसे
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि सड़क सुरक्षा के लिए केवल प्रशासनिक सख्ती काफी नहीं, बल्कि जनजागरूकता और नागरिक सहयोग भी आवश्यक है। जब तक आम जनता ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करेगी, तब तक सड़क हादसे पूरी तरह खत्म नहीं हो सकते।
न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा सबकी जिम्मेदारी
गिरिडीह में चलाया गया यह अभियान बताता है कि सड़क पर सुरक्षा तभी संभव है जब चालक सजग और जिम्मेदार हों। प्रशासन की पहल सराहनीय है, लेकिन अब जनता को भी अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभानी होगी।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित सड़कों से ही बनेगा सुरक्षित समाज
सड़क सुरक्षा केवल नियम नहीं, जीवन रक्षा का संस्कार है। अब समय है कि हम सब मिलकर रफ़्तार घटाएं और सुरक्षा बढ़ाएं। अपने शहर में भी सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करें, अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ साझा करें ताकि हर चालक जिम्मेदारी समझे और हर सड़क सुरक्षित बने।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 



