
#पलामू #Police_Duty_Meet — तीन दिवसीय पुलिस ड्यूटी मीट में फॉरेंसिक, क्राइम इन्वेस्टिगेशन, डॉग स्क्वॉड सहित कई विषयों पर होगा रियल केस आधारित प्रशिक्षण
- 11 से 13 जून तक पलामू में आयोजित हो रही है क्षेत्रीय पुलिस ड्यूटी मीट 2025
- उद्घाटन DIG नौशाद आलम और SP रीष्मा रमेशन ने दीप प्रज्वलन कर किया
- रांची से आए विशेषज्ञ अधिकारी कर रहे हैं केस स्टडी आधारित प्रशिक्षण
- प्रशिक्षण में शामिल विषय: फॉरेंसिक, क्राइम इन्वेस्टिगेशन, साइबर विश्लेषण, डॉग स्क्वॉड संचालन
- पुलिसिंग को प्रभावी और वैज्ञानिक बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल
पलामू पुलिस कार्यालय से हुई शुरुआत, तीन दिनों तक चलेगा तकनीकी प्रशिक्षण
11 जून से 13 जून 2025 तक आयोजित तीन दिवसीय क्षेत्रीय पुलिस ड्यूटी मीट का भव्य शुभारंभ पलामू जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभा कक्ष में हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन पलामू प्रक्षेत्र के डीआईजी श्री नौशाद आलम और पुलिस अधीक्षक श्रीमती रीष्मा रमेशन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया।
इस प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य पुलिसकर्मियों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाना है ताकि अपराध की विवेचना अधिक सटीक, वैज्ञानिक और प्रभावशाली हो सके।
विशेषज्ञ अधिकारियों की उपस्थिति, FSL टीम का गर्मजोशी से स्वागत
कार्यक्रम में रांची से विभिन्न विशेषज्ञ अधिकारियों की विशेष उपस्थिति रही। फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) से आई टीम को विशेष रूप से DIG नौशाद आलम ने स्वागत करते हुए कहा:
DIG नौशाद आलम ने कहा: “इस तरह की तकनीकी प्रशिक्षण गतिविधियाँ पुलिसिंग को और अधिक प्रभावी व वैज्ञानिक बनाती हैं।”
इस मौके पर पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों को वास्तविक केस स्टडी पर आधारित प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे वे फील्ड में मिलने वाली चुनौतियों का कुशलता से समाधान कर सकें।
प्रशिक्षण के क्षेत्र: अपराध अनुसंधान से लेकर साइबर विश्लेषण तक
ड्यूटी मीट के दौरान पुलिसकर्मियों को फॉरेंसिक जांच, क्राइम इन्वेस्टिगेशन, साइबर विश्लेषण, फिंगरप्रिंट एनालिसिस, फोटोग्राफी, और डॉग स्क्वॉड संचालन जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इन विषयों पर प्रतियोगिता और प्रशिक्षण दोनों आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे पुलिसकर्मी अपनी क्षमताओं का मूल्यांकन करने के साथ-साथ उन्हें और बेहतर बना सकें।

न्यूज़ देखो: बदलती पुलिसिंग के नए आयाम
पुलिसिंग अब केवल बल प्रयोग तक सीमित नहीं रह गई है। आधुनिक तकनीक, वैज्ञानिक अनुसंधान और डिजिटल उपकरणों की मदद से आज की पुलिस साक्ष्य आधारित और पारदर्शी विवेचना की ओर बढ़ रही है। पलामू में हो रही क्षेत्रीय पुलिस ड्यूटी मीट 2025 इसी बदलाव की बानगी है।
न्यूज़ देखो यह मानता है कि इस तरह की पहलें न केवल अपराध नियंत्रण को मजबूत करती हैं, बल्कि जनता का विश्वास भी पुलिस तंत्र में बढ़ाती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
आधुनिक पुलिसिंग की दिशा में झारखंड पुलिस का सराहनीय प्रयास
तकनीक, सटीकता और संवेदनशीलता — यही आज के कानून व्यवस्था की पहचान है। झारखंड पुलिस द्वारा ऐसे आयोजनों से युवाओं को प्रोत्साहन, पुलिस बल को सशक्तिकरण और सिस्टम में पारदर्शिता सुनिश्चित होती है।
इस पहल को सराहें, इस खबर को कॉमेंट करें, आर्टिकल को रेट करें और अपने जानने वालों के साथ साझा करें — ताकि सभी तक ये प्रेरणादायक जानकारी पहुंचे।