#गढ़वा #विशुनपुरा_हत्याकांड : सरांग गांव में रेखा देवी की सनसनीखेज हत्या का 48 घंटे में खुलासा — रिपोर्ट लिखवाने वाला देवर ही निकला कातिल
- देवर विकेश चंद्रवंशी ने ही भाभी रेखा देवी की हत्या की, पुलिस ने किया गिरफ्तार
- 22 जून की रात डोरी बीनने निकली महिला, 24 जून को केवाल बांध के पास नग्न शव मिला
- मुंह में कपड़ा, आंख फूटी, गंभीर चोटों के निशान, बलात्कार की आशंका
- आरोपी ने स्वीकारा — “परिवार की बदनामी से गुस्से में हत्या कर दी”
- हत्या में प्रयुक्त डंडा बरामद, पुलिस को गुमराह करने की भी की कोशिश
- पुलिस टीम की तत्परता से 48 घंटे में केस का खुलासा, आगे की जांच जारी
22 जून की रात निकली थी डोरी बीनने, दो दिन बाद मिला शव
रेखा देवी, उम्र लगभग 34 वर्ष, पति राकेश चंद्रवंशी, 22 जून की रात करीब 11 बजे अपने घर से डोरी बीनने के लिए निकली थीं। लेकिन वे लौटकर नहीं आईं। दो दिन बाद, 24 जून को सुबह, उनका नग्न अवस्था में शव गांव से लगभग 400 मीटर दूर स्थित केवाल बांध के पास बरामद हुआ। शव की स्थिति देखकर इलाके में सन्नाटा और दहशत फैल गई थी।
शव की भयावह स्थिति ने जताई थी बलात्कार की आशंका
मृतका के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान, मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ, और आंख फूटी हुई थी। इन हालातों को देखते हुए यह आशंका जताई गई थी कि रेखा देवी के साथ बलात्कार के बाद हत्या की गई हो सकती है। इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया था।
देवर ने ही की हत्या, फिर दूसरों के नाम पर रिपोर्ट लिखाने पहुंचा
जांच के दौरान पुलिस ने जब देवर विकेश चंद्रवंशी (पुत्र जगमोहन चंद्रवंशी) को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने स्वीकार किया कि गांव में भाभी के कई लोगों से अवैध संबंधों की चर्चा फैली हुई थी, जिससे परिवार की बदनामी हो रही थी। उसने बताया कि वह पहले कई बार भाभी को समझाने की कोशिश करता रहा, लेकिन जब कोई सुधार नहीं हुआ, तो आक्रोश में आकर डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी।
एसडीपीओ सत्येंद्र नारायण सिंह ने कहा: “आरोपी ने न सिर्फ अपराध स्वीकार किया, बल्कि दूसरों के नाम पर रिपोर्ट दर्ज कराने की भी कोशिश की थी। हमने हत्या में प्रयुक्त डंडा उसकी निशानदेही पर बरामद कर लिया है।”
पुलिस ने 48 घंटे में किया खुलासा, टीम रही सक्रिय
शनिवार को एसडीपीओ सत्येंद्र नारायण सिंह ने अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में पूरे हत्याकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस दौरान पुलिस इंस्पेक्टर रतन कुमार सिंह, विशुनपुरा थाना प्रभारी राहुल सिंह, अवर निरीक्षक रंजीत कुमार, और सहायक अवर निरीक्षक मुकेश कुमार भी मौजूद रहे। पुलिस ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की गई है। हालांकि, अनुसंधान अभी जारी है और घटना के अन्य कोणों की भी जांच की जा रही है।
सामाजिक ताने-बाने से उपजा यह हत्याकांड, बच्चों का जीवन अंधेरे में
इस घटना ने समाज में अंधविश्वास, अफवाहों और संवादहीनता के कारण पनपने वाली हिंसा की खतरनाक हकीकत को उजागर किया है। रेखा देवी के तीन मासूम बच्चे, अब मां की ममता से वंचित हो गए हैं। गांव में अभी भी शोक और स्तब्धता का माहौल है। यह सवाल अब भी बना हुआ है कि क्या यह हत्या सिर्फ बदनामी के डर से की गई या इसके पीछे पूर्व नियोजित वहशी साजिश थी?
न्यूज़ देखो: रिश्तों में दरकते भरोसे की डरावनी तस्वीर
रेखा देवी की हत्या किसी अजनबी ने नहीं, बल्कि घर के ही सदस्य ने की — यह सच्चाई जितनी चौंकाने वाली है, उतनी ही दुखद भी। जब संवाद नहीं होता, जब सामाजिक प्रतिष्ठा डर में बदल जाती है, तब हिंसा जन्म लेती है। ‘न्यूज़ देखो’ हमेशा ऐसे मामलों में सच्चाई उजागर करने और सिस्टम की पारदर्शिता को सामने लाने का कार्य करता रहा है। इस मामले में पुलिस की सक्रियता और ईमानदारी से की गई जांच ने न्याय की दिशा में एक मजबूत कदम रखा है।
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इस दर्दनाक हत्याकांड से हमें यह सीख लेनी होगी कि परिवार और समाज में खुला संवाद और सहिष्णुता ही ऐसे हिंसक घटनाओं को रोक सकते हैं। हमें अपने आसपास होने वाले असामान्य व्यवहार, अफवाहों और आक्रोश को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। समाज को संवेदनशील और जागरूक बनाने में हम सभी की भागीदारी जरूरी है।
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