
#पलामू #छठपर्व : महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष रेखा सिंह ने मुरमा कला गांव में डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया – सभी व्रतधारियों और जिलेवासियों को दी शुभकामनाएं
- रेखा सिंह, जिलाध्यक्ष पलामू महिला कांग्रेस कमिटी, ने अपने गृह प्रखंड उंटारी रोड में छठ पर्व पर सूर्य को अर्घ्य दिया।
- कार्यक्रम मुरमा कला गांव में आस्था और श्रद्धा के माहौल में संपन्न हुआ।
- उन्होंने कहा कि छठ पर्व बिहार-झारखंड का महान आस्था पर्व है, जो पवित्रता और स्वच्छता का प्रतीक है।
- श्रद्धालु तीन दिन तक निर्जल व्रत रखकर सुख, समृद्धि और मनोकामना पूर्ति की कामना करते हैं।
- रेखा सिंह ने सभी व्रती महिलाओं, पुरुषों और जिलेवासियों को शुभकामनाएं दीं।
छठ पर्व के पावन अवसर पर रविवार को पलामू जिले के उंटारी रोड प्रखंड के मुरमा कला गांव में एक विशेष दृश्य देखने को मिला, जब पलामू महिला कांग्रेस कमिटी की जिलाध्यक्ष श्रीमती रेखा सिंह ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। इस अवसर पर गांव में श्रद्धा और उत्साह का वातावरण था।
आस्था और पवित्रता का प्रतीक पर्व
रेखा सिंह ने कहा कि छठ पर्व केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और पवित्रता का उत्सव है। इस पर्व के माध्यम से लोग अपनी सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और परिवार की मंगलकामना करते हैं। उन्होंने बताया कि व्रती तीन दिन तक पूर्ण संयम, स्वच्छता और आस्था के साथ बिना जल ग्रहण किए पूजा-अर्चना करते हैं।
रेखा सिंह ने कहा: “छठ पर्व बिहार और झारखंड की आस्था का महान प्रतीक है। इस पर्व में हमारे लोग सूर्योदय और सूर्यास्त दोनों समय सूर्य को अर्घ्य देकर अपनी श्रद्धा प्रकट करते हैं। यह भारतीय संस्कृति की अनुपम पहचान है।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत की संस्कृति और जीवनशैली को दुनिया में विशिष्ट बनाने का कारण यही गहराई से जुड़ी आस्था और सम्मान है।
समाज में एकता और संस्कार की भावना
रेखा सिंह ने कहा कि छठ पर्व समाज में एकता, स्वच्छता और अनुशासन की भावना को मजबूत करता है। यह पर्व हमें सिखाता है कि आस्था के साथ स्वच्छता और संयम भी जीवन का आवश्यक हिस्सा है। उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं के योगदान की सराहना की, जो पूरे समर्पण के साथ इस पर्व को निभाती हैं।
पूरे जिले को दी शुभकामनाएं
पलामू महिला कांग्रेस कमिटी की जिलाध्यक्ष ने जिले के सभी नागरिकों को छठ पर्व की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह पर्व हर घर में खुशियां और समृद्धि लाए।
रेखा सिंह ने कहा: “अस्ताचल गामी भगवान सूर्य को अर्घ्य देना भारतीयों की महानता को दर्शाता है, क्योंकि जहां लोग उगते सूर्य को नमस्कार करते हैं, वहीं हम ढलते सूर्य को भी सम्मान देते हैं। यही भारतीय संस्कृति की विशिष्टता है।”

न्यूज़ देखो: छठ पर्व हमारी सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक समरसता का प्रतीक
छठ पर्व न केवल आस्था का, बल्कि सामाजिक एकजुटता और स्वच्छता का संदेश देने वाला पर्व है। यह पर्व दिखाता है कि भारतीय समाज अपनी परंपराओं से गहराई से जुड़ा है और आधुनिकता के दौर में भी अपनी सांस्कृतिक जड़ों को सहेजकर आगे बढ़ रहा है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
आस्था, संस्कृति और सामाजिक एकता का पर्व
छठ हमें यह सिखाता है कि आस्था तभी पूर्ण होती है जब उसमें अनुशासन, स्वच्छता और प्रेम का भाव हो। आज का दिन इस बात की याद दिलाता है कि हमारी संस्कृति ही हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। आइए, हम सब मिलकर इस पावन पर्व के संदेश को आगे बढ़ाएं।
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