
#मेदिनीनगर #सड़कसुरक्षाबैठक : समाहरणालय सभागार में उपायुक्त समीरा एस की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा को लेकर हुई गहन समीक्षा, जून माह में हुए हादसों और ब्लैक स्पॉट पर केंद्रित रही बैठक
- जून में 25 सड़क दुर्घटनाएं, 19 लोगों की मौत और 21 घायल
- 11 लाख से अधिक का जुर्माना दोपहिया वाहन चालकों से वसूला गया
- ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर सीसीटीवी अधिष्ठापन की प्रक्रिया शुरू
- गुड सेमेरिटन योजना के तहत लाभुकों की संख्या कम, सिविल सर्जन को दिए निर्देश
- हिट एंड रन मामलों में अब तक 52 मुआवजा भुगतान की जानकारी
सड़क दुर्घटनाओं पर डीसी ने जताई चिंता
मेदिनीनगर समाहरणालय सभागार में बुधवार को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी समीरा एस की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिला परिवहन पदाधिकारी जितेंद्र यादव ने जानकारी दी कि जून माह में जिले में 25 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 19 लोगों की जान गई और 21 लोग घायल हुए।
इस रिपोर्ट पर उपायुक्त ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए।
दोपहिया वाहनों से 11.61 लाख जुर्माना वसूला गया
बैठक में वाहन जांच अभियान की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने डीटीओ से अपडेट लिया। डीटीओ जितेंद्र यादव ने बताया कि जून महीने में कुल 770 दोपहिया वाहनों से 11 लाख 61 हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया। उपायुक्त ने वाहन चेकिंग को और सघन बनाने का निर्देश देते हुए विशेषकर नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों पर कार्रवाई की बात कही।
एक्सीडेंट जोन में CCTV लगाने पर दिया गया जोर
बैठक में ब्लैक स्पॉट और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों की निगरानी को लेकर सीसीटीवी कैमरा लगाने की बात उठी। उपायुक्त ने तीनों एसडीओ को निर्देश दिया कि वे अपने क्षेत्र के एक्सीडेंट प्रोन लोकेशन की सूची तैयार कर प्रतिवेदन जिला कार्यालय को भेजें ताकि उन जगहों पर CCTV अधिष्ठापन की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सके।
गुड सेमेरिटन योजना में जागरूकता की कमी उजागर
बैठक में पाया गया कि गुड सेमेरिटन योजना के तहत मरीज को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्तियों को लाभ कम ही मिल रहा है। इस पर उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि अस्पताल में लाए गए घायल के साथ आए व्यक्ति की सभी विवरण—नाम, पता, मोबाइल नंबर दर्ज कर जिला परिवहन कार्यालय भेजा जाए ताकि उन्हें योजना का लाभ मिल सके।
उपायुक्त समीरा एस ने कहा: “गुड सेमेरिटन योजना आम लोगों को सड़क दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों की मदद के लिए प्रेरित करती है, इसे लागू करने में कोई चूक नहीं होनी चाहिए।”
निजी अस्पतालों में IRAD एंट्री और हिट एंड रन मामलों की समीक्षा
बैठक में निजी अस्पतालों द्वारा IRAD पोर्टल पर एंट्री नहीं किए जाने पर भी चर्चा हुई। उपायुक्त ने जिला सूचना अधिकारी (DIO) को निर्देश दिया कि वह सभी निजी अस्पतालों को प्रशिक्षण उपलब्ध कराएं ताकि वे आवश्यक विवरण दर्ज कर सकें।
हिट एंड रन मामलों की समीक्षा में यह बताया गया कि अब तक 52 पीड़ितों को मुआवजा प्रदान किया गया है। इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस के वाहन चेकिंग अभियान और स्कूलों में सड़क सुरक्षा कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गई।
न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा पर ठोस पहल की ज़रूरत
न्यूज़ देखो मानता है कि सड़क सुरक्षा केवल एक सरकारी जिम्मेदारी नहीं बल्कि हर नागरिक का साझा कर्तव्य है। उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई इस बैठक से स्पष्ट है कि प्रशासन हादसों को रोकने के लिए तत्पर है, लेकिन योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए जनभागीदारी और निरंतर निगरानी जरूरी है।
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सजग नागरिकता से ही सड़कों पर सुरक्षा सुनिश्चित
दुर्घटनाएं केवल आंकड़े नहीं, कई परिवारों की असमय पीड़ा होती हैं। सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन, वाहनों की समय-समय पर जांच और जन-जागरूकता अभियानों में भागीदारी से हम सड़क सुरक्षा को बेहतर बना सकते हैं।
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