
#दुमका #समाजकल्याण : योजनाओं की प्रगति पर नाराज हुए उपायुक्त — दिए सख्त निर्देश
- उपायुक्त अभिजीत सिन्हा की अध्यक्षता में समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित।
- सेविका और सहायिका के रिक्त पदों पर जल्द चयन प्रक्रिया पूर्ण करने का आदेश।
- सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि, मुख्यमंत्री कन्यादान, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजनाओं की समीक्षा।
- पोषण ट्रैकर, PM जनमानस, फेस रिकग्निशन सिस्टम की प्रगति असंतोषजनक पाई गई।
- बाल विकास परियोजना पदाधिकारियों को पोषण ट्रैकर में नियमित एंट्री का निर्देश।
योजनाओं की प्रगति की समीक्षा, कई खामियां उजागर
दुमका उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने समाज कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। बैठक में सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और पोषण वाटिका जैसी योजनाओं की स्थिति पर चर्चा हुई।
सेविका-सहायिका नियुक्ति प्रक्रिया पर जोर
बैठक में उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सेविका और सहायिका के रिक्त पदों की भरती के लिए आमसभा आयोजित कर जल्द चयन प्रक्रिया पूरी की जाए।
डिजिटल ट्रैकिंग में लापरवाही पर नाराजगी
फेस रिकग्निशन सिस्टम, CBE और पोषण ट्रैकर की गतिविधियों में अपेक्षित प्रगति न होने पर उपायुक्त ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि योजनाओं की पारदर्शिता के लिए डिजिटल मॉनिटरिंग अनिवार्य है।
उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने कहा: “सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सेविकाएं नियमित रूप से पोषण ट्रैकर में ऑनलाइन एंट्री करें। इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।”
आंगनबाड़ी भवन निर्माण की समीक्षा
उपायुक्त ने आंगनबाड़ी केंद्र भवन निर्माण की स्थिति पर भी चर्चा की और अधूरे कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए निर्देश दिए।

न्यूज़ देखो: योजनाओं में पारदर्शिता का सबसे बड़ा हथियार
यह बैठक साबित करती है कि डिजिटल निगरानी और समय पर कार्यवाही ही योजनाओं की सफलता की कुंजी है। अगर अधिकारी सजग रहें तो लाभार्थियों को समय पर सुविधा मिल सकती है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग नागरिक बनें, अपनी राय दें
बदलाव लाने में प्रशासन के साथ नागरिकों की भूमिका भी अहम है। योजनाओं का लाभ ले रहे हैं? या किसी समस्या का सामना कर रहे हैं? तो अपनी राय रखें, इस खबर को शेयर करें और जागरूकता बढ़ाएं।