
#सिमडेगा #प्रशासनिक_निरीक्षण : बच्चियों ने पानी, कंप्यूटर और भोजन से जुड़ी शिकायतें रखीं
- उपायुक्त सिमडेगा कंचन सिंह ने बोलबा प्रखंड स्थित दनगद्दी पर्यटन स्थल का निरीक्षण किया।
- परिवारिक सदस्यों संग दनगद्दी के प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हुए व्यवस्थाओं की समीक्षा।
- परिसर में चंदन हार्डवेयर केरसई से लिखे चिह्न देख तत्काल हटाने का निर्देश।
- स्थानीय ग्रामीणों व पत्रकारों ने मोबाइल टावर लगाने की मांग की—उपायुक्त ने शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया।
- कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में बच्चियों ने पानी की कमी, खराब कंप्यूटर, किताबों की अनुपलब्धता और भोजन व्यवस्था की शिकायतें बताईं।
बोलबा प्रखंड के सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थल दनगद्दी में उपायुक्त सिमडेगा कंचन सिंह ने दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अपने परिवार के साथ स्थल का भ्रमण किया और वहां की प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव लिया। निरीक्षण के समय उन्होंने पूरे परिसर में साफ-सफाई बनाए रखने का निर्देश दिया तथा कई स्थानों पर लिखे गए चंदन हार्डवेयर केरसई नाम को तत्काल हटाने का आदेश दिया।
दनगद्दी में सुविधाओं का जायजा—ग्रामीणों ने रखी मोबाइल टावर लगाने की मांग
दनगद्दी परिसर का निरीक्षण करते वक्त उपायुक्त ने औषधीय पौधों को लेकर स्थानीय लोगों से उपयोगिता की जानकारी ली। पत्रकारों और ग्रामीणों ने स्थल पर मोबाइल नेटवर्क की समस्या उठाते हुए प्राथमिकता के आधार पर मोबाइल टावर लगाने की मांग की।
उपायुक्त ने कहा कि इलाके में बेहतर संचार व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन जल्द कदम उठाएगा।
पर्यटन क्लब को साफ-सफाई और सुविधाओं के निर्देश
उपायुक्त ने दनगद्दी पर्यटन क्लब समिति को परिसर की नियमित सफाई सुनिश्चित करने तथा आवश्यकतानुसार टी-स्टॉल जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के निरीक्षण में बच्चियों ने खोली समस्याओं की परत
दनगद्दी निरीक्षण के बाद उपायुक्त कंचन सिंह ने कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय, बोलबा का दौरा किया। उपायुक्त के पहुंचते ही बच्चियों में उत्साह नजर आया। उन्होंने बच्चियों से प्रार्थना सुनी और हाल-चाल पूछा। इसके बाद बच्चियों ने कई समस्याएं सामने रखीं।
बच्चियों की प्रमुख शिकायतें
- विद्यालय परिसर में पानी की गंभीर कमी।
- सभी कंप्यूटर कई दिनों से खराब।
- मानव शास्त्र और संस्कृत की पुस्तकें उपलब्ध नहीं।
- शाम के समय रोटी के बदले चावल मिलने की शिकायत।
उपायुक्त कंचन सिंह ने कहा: “सभी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर किया जाएगा। प्रशासन बच्चियों की सुविधा और सुरक्षा को सर्वोपरि मानता है।”
विद्यालय प्रबंधन को दिए गए निर्देश
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने वार्डन और विद्यालय प्रबंधन को कई अहम निर्देश दिए—
- दैनिक प्रार्थना में सुधार करने के निर्देश।
- सभी बच्चियों की नियमित मेडिकल जांच सुनिश्चित करना।
- उपस्थिति पंजी पर विशेष ध्यान और अनुपस्थित बच्चियों की निगरानी।
- भोजन पूरी तरह से मेन्यू के अनुसार उपलब्ध कराना।
- अंचल अधिकारी और स्थानीय पुलिस को निरंतर निरीक्षण करने का निर्देश।
निरीक्षण के दौरान उपस्थित अधिकारी
इस निरीक्षण में
चंदन कुमार सिन्हा (पुलिस उप महानिरीक्षक, एसीबी),
कंचन सिंह (उपायुक्त, सिमडेगा),
सुधांशु पाठक (अंचल अधिकारी, बोलबा),
पुलिस पदाधिकारी ब्रह्मदेव शर्मा,
तथा प्रखंड के अन्य कर्मी एवं पुलिस बल मौजूद रहे।

न्यूज़ देखो: सिमडेगा में पर्यटन और शिक्षा के सुधार की दिशा में बड़ा कदम
दनगद्दी स्थल का निरीक्षण यह दिखाता है कि प्रशासन अब पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में गंभीर है। वहीं कस्तूरबा विद्यालय में बच्चियों की शिकायतों को गंभीरता से लेना प्रशासन की संवेदनशीलता दर्शाता है। यदि इन निर्देशों का सही क्रियान्वयन हुआ, तो क्षेत्र में शिक्षा और पर्यटन दोनों की गुणवत्ता में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षित भविष्य, मजबूत व्यवस्था
पर्यटन स्थलों की सुंदरता को बचाने और बच्चियों के लिए बेहतर शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने में समाज और प्रशासन दोनों की संयुक्त भूमिका है।
अगर हम अपने क्षेत्र की समस्याओं को आवाज़ देते रहेंगे, तभी बदलाव संभव होगा।
आप भी अपने इलाके की विकास जरूरतों पर खुलकर बोलें—कमेंट में अपनी राय लिखें, इस रिपोर्ट को शेयर करें और जागरूकता बढ़ाएं, ताकि सिमडेगा एक सुरक्षित, सुंदर और विकसित जिला बन सके।





