घटना के मुख्य बिंदु:
- RIMS को शुक्रवार को HMPV वायरस जांच किट मिला
- फिलहाल 50 किट मंगाए गए, जरूरत के अनुसार और मंगाए जाएंगे
- जांच के लिए आरटीपीसीआर तकनीक का उपयोग होगा
- मिलते-जुलते लक्षण वाले मरीजों के नाक और गर्दन से स्वाब लेकर जांच होगी
- Positive सैंपल को पुणे भेजकर वैरिएंट की जांच होगी
झारखंड में HMPV (Human Metapneumovirus) को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। RIMS (राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) को शुक्रवार को इस वायरस की जांच के लिए RT-PCR आधारित 50 किट प्राप्त हुए हैं। जरूरत के अनुसार और किट मंगाए जाने की योजना है।
RIMS माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. मनोज ने बताया कि उन मरीजों की जांच की जाएगी, जिनमें HMPV वायरस के लक्षण मिलते-जुलते हैं। जांच के लिए नाक और गर्दन से स्वाब के नमूने लिए जाएंगे।
“मरीजों को डरने की जरूरत नहीं है। जांच प्रक्रिया शनिवार से शुरू कर दी जाएगी।” – डॉ. मनोज
जिन मरीजों के सैंपल जांच में Positive पाए जाएंगे, उनके सैंपल पुणे भेजे जाएंगे। पुणे में इन सैंपलों का विस्तृत विश्लेषण कर वायरस के वैरिएंट का पता लगाया जाएगा।
चिकित्सकों ने कहा है कि HMPV वायरस को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। समय पर जांच और इलाज से इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
राज्य में स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर यह कदम एक बड़ी पहल है। ताजा जानकारी और अपडेट्स के लिए ‘न्यूज़ देखो’ के साथ बने रहें। हम आपको झारखंड से जुड़ी हर खबर की पूरी जानकारी देते रहेंगे।