
हाइलाइट्स:
- रिम्स निदेशक ने स्पष्ट किया कि कथित पत्र से वे अनभिज्ञ थे।
- पत्र 3 मार्च को प्राप्त हुआ, जिसके बाद ही दिशा-निर्देशों की जानकारी हुई।
- स्वास्थ्य मंत्री समय-समय पर संस्थान की समीक्षा एवं मार्गदर्शन देते हैं।
- संवेदनशील दस्तावेज लीक करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग।
निदेशक ने दी स्थिति की पूरी जानकारी
रांची स्थित रिम्स (राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज) के निदेशक ने एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि ‘स्वास्थ्य मंत्री की अनुमति के बाद ही रिम्स में भुगतान’ से संबंधित खबर के प्रकाशन के समय तक वे कथित पत्र की विषयवस्तु से पूरी तरह अनजान थे।
उन्होंने बताया कि उन्हें यह पत्र 3 मार्च को प्राप्त हुआ, जिसके उपरांत ही स्वास्थ्य मंत्री के दिशा-निर्देशों की जानकारी मिली।
रिम्स की समीक्षा और मार्गदर्शन की नियमित प्रक्रिया
“स्वास्थ्य मंत्री शासी परिषद के अध्यक्ष के रूप में संस्थान की समीक्षा और आवश्यक मार्गदर्शन देते रहते हैं। यह अस्पताल की व्यवस्था को अधिक सुदृढ़ और सुचारू बनाने की प्रक्रिया का हिस्सा है।”
दस्तावेज लीक करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग
रिम्स निदेशक ने स्पष्ट किया कि वे हमेशा स्वास्थ्य मंत्री के निर्देशों का पालन करते हैं और इस पर किसी अलग टिप्पणी की आवश्यकता नहीं है।
इसके साथ ही, उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से मांग की कि जो भी व्यक्ति विभागीय पत्र को सार्वजनिक करने का दोषी है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में संवेदनशील जानकारियों का दुरुपयोग न हो।
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