हाइलाइट्स:
- रजवार कोल ब्लॉक में खनन को लेकर विवाद गहराया।
- TVNL ने 5000 नौकरियों और पुनर्वास का किया वादा, लेकिन आजसू ने उठाए सवाल।
- आजसू का आरोप – ललपनिया परियोजना की तरह झूठे वादों से हो रहा रैयतों का शोषण।
- पहले पुनर्वास की मांग, अन्यथा चरणबद्ध आंदोलन की चेतावनी।
- झारखंड सरकार से TVNL की वित्तीय स्थिति पर जवाबदेही की मांग।
खनन परियोजना पर बढ़ता विवाद
झारखंड के लातेहार जिले में प्रस्तावित रजवार कोल ब्लॉक में खनन कार्य को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। झारखंड की सरकारी कंपनी तेनुघाट विद्युत निगम लिमिटेड (TVNL) ने इस परियोजना में 5000 रोजगार और पुनर्वास का वादा किया है, लेकिन आजसू पार्टी ने इन दावों को झूठा और भ्रामक बताया है।
आजसू के आरोप: ललपनिया जैसी स्थिति दोहराने की आशंका
आजसू के लातेहार जिला अध्यक्ष अमित पांडेय ने आरोप लगाया कि TVNL झूठे वादों और भ्रष्टाचार के इरादे से खनन कार्य शुरू करना चाहती है। उन्होंने कहा कि TVNL पिछले 35 वर्षों से ललपनिया परियोजना में विस्थापितों को पुनर्वास देने में विफल रही है।
“ललपनिया परियोजना के विस्थापित आज भी बदहाल जीवन जीने को मजबूर हैं। न उन्हें रोजगार मिला, न ही पुनर्वास। ऐसे में लातेहार में भी वैसी ही स्थिति बनने का खतरा है।” – अमित पांडेय, जिला अध्यक्ष, आजसू लातेहार
रैयतों को उचित मुआवजा देने की मांग
आजसू पार्टी ने TVNL की वित्तीय स्थिति पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि सरकार से कर्ज लेकर रैयतों को मुआवजा देने की योजना बनाई जा रही है, लेकिन इसका असली मकसद सिर्फ खनन कर मुनाफा कमाना है, न कि रैयतों का कल्याण।
खनन से पहले पुनर्वास, नहीं तो आंदोलन
अमित पांडेय ने चेतावनी दी कि यदि खनन कार्य से पहले सभी प्रभावित रैयतों को मुआवजा, रोजगार और पुनर्वास नहीं मिला, तो आजसू पार्टी चरणबद्ध आंदोलन करेगी।
“हम लातेहार में किसी भी हालत में विस्थापितों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। पहले पुनर्वास हो, तभी खनन होगा, अन्यथा आंदोलन होगा।” – अमित पांडेय
झारखंड सरकार से जवाबदेही की मांग
आजसू ने झारखंड सरकार से भी TVNL की वित्तीय स्थिति और उसकी योजनाओं पर स्पष्ट रुख अपनाने की मांग की है।
‘न्यूज़ देखो’ की नजर इस विवाद पर
लातेहार के रजवार कोल ब्लॉक में खनन और पुनर्वास को लेकर सरकार और TVNL पर बढ़ता दबाव इस परियोजना के भविष्य को प्रभावित कर सकता है। ‘न्यूज़ देखो’ इस मुद्दे पर लगातार अपडेट देता रहेगा।