रांची: केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री और रांची सांसद संजय सेठ को शुक्रवार शाम उनके मोबाइल पर 50 लाख रुपये की रंगदारी का मैसेज भेजा गया। मैसेज में रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई। अपराधी ने “लाल सलाम” लिखकर मैसेज की शुरुआत की, जिससे उग्रवादी संगठनों की संलिप्तता का संकेत मिलता है।
पुलिस ने शुरू की जांच
इस धमकी के बाद संजय सेठ ने तुरंत दिल्ली पुलिस और झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता को मामले की जानकारी दी। शुरुआती जांच में पता चला है कि मैसेज भेजने वाला नंबर रांची के कांके क्षेत्र के होचर का है। दिल्ली के डीसीपी ने मंत्री से मुलाकात कर मामले की विस्तृत जानकारी ली और छानबीन शुरू कर दी है।
रांची में रंगदारी मांगने की घटनाएं बढ़ीं
रांची में पहले भी अपराधियों द्वारा व्यवसायियों और प्रमुख व्यक्तियों से रंगदारी मांगने की घटनाएं सामने आई हैं। कुछ मामलों में धमकी देने के लिए वर्चुअल नंबर और इंटरनेट का इस्तेमाल किया गया है, जिससे अपराधियों तक पहुंचने में पुलिस को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।
मंत्री का बयान
सेठ ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार शाम को ही मामले की जानकारी दिल्ली के डीसीपी को दे दी थी. डीसीपी ने उनसे मुलाकात की थी. उसके बाद मामले की जांच की जा रही है. शुरुआती जांच में जिस मोबाइल से मैसेज भेजा गया है, वह रांची के कांके का पाया गया है.
रक्षा राज्य मंत्री ने खुद कहा कि इस संबंध में झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता से भी शिकायत की गई है. दिल्ली पुलिस और झारखंड पुलिस जांच में जुटी है, और वे पूरी तरह से जांच में सहयोग कर रहे हैं।
उग्रवादी संगठन पर शक
पूर्व में ऐसी घटनाओं में उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का नाम सामने आता रहा है। लाल स्याही में लिखे धमकी भरे पत्रों और वर्चुअल नंबरों के इस्तेमाल से यह मामला भी उसी दिशा में इशारा करता है। पुलिस अपराधियों तक पहुंचने के लिए मोबाइल नंबर और अन्य तकनीकी पहलुओं की जांच कर रही है।
यह घटना राजधानी रांची में बढ़ते अपराध और सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर करती है।