
#सिमडेगा #सड़कदुर्घटना : कोलेबिरा से लौटते समय सामने से आई बाइक से टक्कर, आशीष टेटे और संदीप कंडुलना गंभीर रूप से घायल
- बानो प्रखंड के तीन युवक सड़क हादसे में घायल।
- रामजड़ी के पास सामने से आई मोटरसाइकिल से सीधी टक्कर।
- आशीष टेटे (15) और संदीप कंडुलना (25) का दाहिना पैर टूटा।
- अमृत कंडुलना को हल्की चोटें आईं।
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बानो में इलाज के बाद दो युवकों को सिमडेगा रेफर किया गया।
- एसआई शंकर बाखला अस्पताल पहुँचकर घायलों का हालचाल लिया।
सिमडेगा जिले के बानो प्रखंड में सोमवार को हुई एक दर्दनाक दुर्घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया। पबुड़ा टोंगरी टोली के तीन युवक मोटरसाइकिल से कोलेबिरा से लौट रहे थे, तभी रामजड़ी के पास सामने से आ रही बाइक से सीधी टक्कर हो गई। इस हादसे में तीनों घायल हो गए, जिनमें से दो की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। घायलों का इलाज पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बानो में हुआ और बाद में गंभीर घायलों को सिमडेगा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
कैसे हुआ हादसा
घटना सोमवार की शाम की बताई जा रही है। बानो प्रखंड के ग्राम पबुड़ा टोंगरी टोली निवासी अमृत कंडुलना, आशीष टेटे और संदीप कंडुलना मोटरसाइकिल से कोलेबिरा से अपने घर लौट रहे थे। जैसे ही वे रामजड़ी के पास पहुँचे, सामने से आ रही दूसरी मोटरसाइकिल से उनकी जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि तीनों युवक सड़क पर गिरकर बुरी तरह घायल हो गए।
घायलों की स्थिति
इस हादसे में आशीष टेटे (15 वर्ष) और संदीप कंडुलना (25 वर्ष) का दाहिना पैर टूट गया। वहीं तीसरे युवक अमृत कंडुलना को आंशिक चोटें आईं। तुरंत ही स्थानीय लोग मौके पर पहुँचे और घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बानो लाया गया।
डॉक्टर की रिपोर्ट
बानो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. मनोरंजन कुमार ने स्थिति की जानकारी देते हुए कहा:
डॉ. मनोरंजन कुमार ने कहा: “दोनों घायलों के पैर टूट गए हैं। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए सिमडेगा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है।”
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही बानो थाना के एसआई शंकर बाखला अस्पताल पहुँचे। उन्होंने घायलों से मुलाकात कर उनका हालचाल लिया और दुर्घटना के संबंध में पूरी जानकारी जुटाई। घायलों ने बताया कि जिस मोटरसाइकिल से उनकी टक्कर हुई, उसका चालक भी घायल हुआ था। हालांकि उसकी चोटें हल्की थीं और वह इलाज कहां करा रहा है, यह जानकारी अब तक नहीं मिल पाई है।
ग्रामीण सड़कों पर बढ़ता खतरा
यह हादसा एक बार फिर दिखाता है कि ग्रामीण सड़कों पर यातायात नियमों की अनदेखी कितनी खतरनाक साबित हो सकती है। संकरी सड़कों, तेज रफ्तार और सुरक्षा के प्रति लापरवाही के कारण ऐसे हादसे आए दिन होते रहते हैं। खासकर युवाओं में हेलमेट का इस्तेमाल न करने और नियंत्रण खो देने की वजह से स्थिति और गंभीर हो जाती है।
स्थानीय प्रतिक्रिया
इलाके के लोगों का कहना है कि प्रशासन को ग्रामीण इलाकों की सड़कों पर भी यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित कराना चाहिए। नियमित पुलिस जांच और जागरूकता अभियान से दुर्घटनाओं पर काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है।



न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा के प्रति लापरवाही बनी हादसों का कारण
बानो का यह हादसा केवल एक परिवार की पीड़ा नहीं है, बल्कि समाज और प्रशासन दोनों के लिए चेतावनी है। जब तक लोग यातायात अनुशासन का पालन नहीं करेंगे और प्रशासन सड़क सुरक्षा पर सख्ती नहीं दिखाएगा, तब तक ऐसी घटनाएं घटती रहेंगी। यह आवश्यक है कि हर स्तर पर मिलकर सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।
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सुरक्षित सड़कों की जिम्मेदारी हमारी
अब समय आ गया है कि हम सभी यातायात नियमों का पालन करें और दूसरों को भी जागरूक करें। हेलमेट पहनना, नियंत्रित गति से चलना और सड़क पर सतर्क रहना न सिर्फ हमारी बल्कि दूसरों की भी जान बचा सकता है। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें और सड़क सुरक्षा के संदेश को फैलाएँ।